Haryana News: हरियाणा में जल्द ही एक नया औद्योगिक शहर बसने वाला है जो ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के आसपास विकसित होगा और इस प्रोजेक्ट के शुरू होते है हरियाणा में विकास काफी तेजी के साथ में बढ़ेगा और साथ में लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। यह प्रोजेक्ट फरीदाबाद और पलवल जिलों को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। इस योजना के तहत 27 गांवों की जमीन का इस्तेमाल होगा जिससे न सिर्फ क्षेत्र का विकास होगा बल्कि स्थानीय लोगों को भी आर्थिक फायदा मिलेगा।
क्या है ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट?
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण रास्ता है। यह 31 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे फरीदाबाद के सेक्टर-65 से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक जाएगा। इस रास्ते के बनने से बल्लभगढ़ से एयरपोर्ट तक का सफर सिर्फ 20 मिनट में पूरा हो सकेगा। इस एक्सप्रेसवे के किनारे हरियाणा सरकार एक नया औद्योगिक शहर बसाने की तैयारी कर रही है जिसे हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIIDC) विकसित करेगा।
कौन से गांव होंगे शामिल?
इस प्रोजेक्ट के लिए फरीदाबाद और पलवल के 27 गांवों की जमीन ली जाएगी। इनमें से 9 गांवों की करीब 9,000 एकड़ जमीन पर औद्योगिक शहर बनेगा। इन गांवों के नाम हैं:
- फरीदाबाद: छांयसा, मोहना
- पलवल: मोहियापुर, बागपुर कलां, बागपुर खुर्द, बहरौला, हंसापुर, सोलड़ा, थंथरी
इसके अलावा, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ग्रेटर फरीदाबाद के 18 गांवों में 4,500 एकड़ जमीन लेकर 11 नए सेक्टर बनाएगा। ये गांव हैं: खेड़ी कलां, नचौली, ताजुपुर, ढहकौला, शाहबाद, बदरपुर सैद, साहुपुरा, सोतई, सुनपेड़, मलेरना, जाजरू, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदपुर, सदपुरा, और तिगांव। इन गांवों में सेक्टर-94ए, 96, 96ए, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141, और 142 बनाए जाएंगे।
किसानों को क्या फायदा होगा?
इस प्रोजेक्ट में सरकार जमीन जबरन नहीं ले रही है। इसके बजाय किसानों से उनकी मर्जी से जमीन खरीदी जाएगी। इच्छुक किसान 31 अगस्त 2025 तक ऑनलाइन पोर्टल ebhoomi.jamabandi.nic.in पर अपनी जमीन बेचने के लिए आवेदन कर सकते हैं। सरकार किसानों को अच्छा मुआवजा देगी जिससे उन्हें आर्थिक लाभ होगा। इसके अलावा इस प्रोजेक्ट से आसपास की जमीनों की कीमतों में भी तेजी आएगी जिससे किसानों और स्थानीय लोगों को और फायदा होगा।
नए सेक्टर और औद्योगिक शहर से क्या बदलाव आएंगे?
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे, और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। इससे फरीदाबाद, पलवल, नोएडा, और दिल्ली के बीच यात्रा आसान और तेज हो जाएगी। नया औद्योगिक शहर और नए सेक्टर बनने से इलाके में कारखाने, दफ्तर और रिहायशी इलाके विकसित होंगे। इससे रोजगार के नए मौके बनेंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा।
ग्रेटर फरीदाबाद में नए सेक्टरों के बनने से शहरी क्षेत्र का दायरा बढ़ेगा। इससे रिहायशी और व्यावसायिक ज़मीन की मांग बढ़ेगी, जिससे इलाके का विकास और तेज होगा। इस प्रोजेक्ट से आसपास के गांवों में जमीन की कीमतें बढ़ेंगी, जिससे स्थानीय लोगों को आर्थिक फायदा होगा।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से चल रहा है। फरीदाबाद के सेक्टर-65 में इंटरचेंज का काम 50% पूरा हो चुका है और अगले छह महीनों में इसके शुरू होने की उम्मीद है। 2026 तक यह एक्सप्रेसवे पूरी तरह तैयार हो जाएगा, जिससे लोग इसका इस्तेमाल शुरू कर सकेंगे। औद्योगिक शहर और नए सेक्टरों का विकास भी जल्द शुरू होगा, जिससे फरीदाबाद और पलवल का कायाकल्प हो जाएगा।
आपकी क्या राय है?
अपनी प्रतिक्रिया यहां साझा करें — हमें जानकर खुशी होगी कि आप इस खबर के बारे में कैसा महसूस कर रहे है!