हरियाणा और दिल्ली के बीच रोजाना सफर करने वालों के लिए अच्छी खबर है। जल्द ही एक नया रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर शुरू होने वाला है, जो दिल्ली से पानीपत और करनाल तक की दूरी को काफी कम समय में तय करने में मदद करेगा। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एनसीआरटीसी) ने इस प्रोजेक्ट की तैयारियां तेज कर दी हैं, हालांकि केंद्र सरकार से अंतिम मंजूरी का इंतजार है।
तीन भागों में बनकर होगा तैयार
यह कॉरिडोर जिसे दिल्ली-पानीपत-करनाल कॉरिडोर या नामो भारत कॉरिडोर के नाम से जाना जा रहा है, कुल 136 किलोमीटर लंबा होगा। इसमें से 100 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा में और 36 किलोमीटर दिल्ली में आएगा। इसे तीन हिस्सों में बांटकर बनाया जाएगा ताकि काम तेजी से पूरा हो सके। पहला हिस्सा सराय काले खान से अलीपुर तक, दूसरा अलीपुर से समलखा से पहले तक और तीसरा समलखा से करनाल के नए आईएसबीटी तक होगा।
कॉरिडोर पर कुल 18 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें से सात दिल्ली में होंगे। दिल्ली के स्टेशनों में सराय काले खान, इंद्रप्रस्थ, कश्मीरी गेट, झरोदा कलां, भलस्वा चौक, अलीपुर और नरेला शामिल हैं। इसके अलावा, मुर्थल और गंजबार में डिपो भी बनाए जाएंगे, जो सिस्टम को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेंगे।
सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने के आदेश जारी
एनसीआरटीसी ने निर्माण से पहले सड़कों को चौड़ा करने और मरम्मत का काम शुरू कर दिया है। तीन टेंडर जारी हो चुके हैं, जिनमें सड़कें चौड़ी करने, नई सड़कें बनाने, आरसीसी ड्रेन लगाने और ह्यूम पाइप डालने जैसे काम शामिल हैं। अधिकारियों का कहना है कि ये पहले के काम इसलिए जरूरी हैं ताकि निर्माण के दौरान ट्रैफिक में ज्यादा दिक्कत न आए। कुछ जगहों पर बैरिकेडिंग या रोड डायवर्जन की जरूरत पड़ सकती है लेकिन सड़कों को पहले से बेहतर बनाकर असुविधा को कम किया जाएगा। ठेकेदारों को सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली से करनाल केवल 30 मिनट में
इस कॉरिडोर के बनने से सफर का समय काफी कम हो जाएगा। मिसाल के तौर पर, दिल्ली से करनाल पहुंचने में सिर्फ 90 मिनट लगेंगे, जबकि कश्मीरी गेट से मुर्थल तक का सफर 30 मिनट में पूरा होगा। इंद्रप्रस्थ से सोनीपत 35 मिनट और कश्मीरी गेट से पानीपत एक घंटे में पहुंचा जा सकेगा। इससे न सिर्फ समय बचेगा, बल्कि हरियाणा के इन इलाकों और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी, जो रोजगार, व्यापार और आम लोगों की जिंदगी को आसान बनाएगी।
एनसीआरटीसी के अधिकारी बताते हैं कि यह प्रोजेक्ट क्षेत्रीय विकास के लिए बड़ा कदम है। केंद्र सरकार की मंजूरी मिलते ही मुख्य निर्माण शुरू हो जाएगा। फिलहाल स्थानीय लोग और यात्री इस बदलाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि मौजूदा सड़कों पर ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या है।

