हरियाणा में मौसम फिर करवट लेने वाला है. 18 सितंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिससे प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के मुताबिक, यह विक्षोभ 21 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र के साथ मिलकर बारिश को और बढ़ा सकता है.
मानसून का आखिरी पड़ाव
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि 25 सितंबर तक रुक-रुक कर बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. इसके बाद हरियाणा से मानसून धीरे-धीरे विदा होने लगेगा. हिसार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि हाल ही में 13 सितंबर को आए पश्चिमी विक्षोभ का असर पश्चिमी राजस्थान के प्रति चक्रवात के कारण कमजोर पड़ गया था, जिससे बारिश नहीं हो पाई.
इस साल बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
इस मानसून सीजन में हरियाणा में अब तक 564.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य 401.1 मिलीमीटर से करीब 41% ज्यादा है. यह बारिश फसलों और जलस्तर के लिए फायदेमंद साबित हुई है, लेकिन अब मौसम धीरे-धीरे शुष्क होने की ओर बढ़ रहा है.
आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज बदलने से पहले किसानों और आम लोगों को तैयार रहने की सलाह दी जा रही है.

