हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी! चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार ने दो नई सरसों की किस्में (Mustard Varieties) लॉन्च की हैं। ये किस्में, आरएच 1424 और आरएच 1706, न सिर्फ ज्यादा पैदावार (High Yield) देंगी, बल्कि तेल की गुणवत्ता (Oil Quality) को भी बढ़ाएंगी। ये नई किस्में हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तरी राजस्थान और जम्मू के किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती हैं।
आरएच 1424: सूखे में भी दमदार पैदावार
अगर आप बारानी खेती (Rainfed Farming) करते हैं, जहां पानी की कमी रहती है, तो आरएच 1424 आपके लिए बेस्ट है। यह किस्म सूखा सहन करने की क्षमता (Drought Resistance) रखती है और कम पानी में भी 26 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार दे सकती है। यह पुरानी किस्म आरएच 725 से 14% ज्यादा उत्पादन देती है। बीजों में 40.5% तेल (Oil Content) होता है, जो बाजार में अच्छी कीमत दिलाएगा। फसल 139 दिनों में तैयार हो जाती है, यानी समय पर कटाई (Timely Harvest) के लिए परफेक्ट।
आरएच 1706: सेहत के लिए बेहतर तेल
सिंचित खेतों (Irrigated Farming) के लिए आरएच 1706 शानदार विकल्प है। इसकी खासियत है इसका कम इरूसिक एसिड (Low Erucic Acid), जो तेल को हृदय के लिए सुरक्षित बनाता है। यह किस्म 27 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार देती है और 38% तेल की मात्रा के साथ आती है। बुवाई का सही समय सितंबर मध्य से अक्टूबर मध्य (Sowing Time) है। फसल 140 दिनों में तैयार होती है, जो किसानों को बेहतर मुनाफा (Profit) देगी।
किसानों को मिलेंगे ये फायदे
अधिक पैदावार: दोनों किस्में पुरानी किस्मों से ज्यादा उत्पादन (Increased Yield) देती हैं।
बेहतर तेल गुणवत्ता: ज्यादा तेल और सेहतमंद गुणवत्ता (Healthy Oil) से बाजार में अच्छी कीमत।
क्षेत्रीय अनुकूलता: हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और जम्मू जैसे इलाकों के लिए उपयुक्त (Region-Specific Varieties)।
हरियाणा, जो सरसों उत्पादन (Mustard Production) में देश का नंबर वन राज्य है, इन किस्मों से और मजबूत होगा।
सफल खेती के टिप्स
अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी (Well-Drained Soil) चुनें।
जैविक खाद (Organic Fertilizer) का इस्तेमाल करें।
बुवाई से पहले मिट्टी की जांच (Soil Testing) करवाएं।
छोटे खेत पर ट्रायल (Trial Farming) शुरू करें।
इन किस्मों को अपनाकर न सिर्फ आपकी आय बढ़ेगी, बल्कि आपका सरसों का तेल (Mustard Oil) परिवार के लिए ज्यादा फायदेमंद होगा। अपने नजदीकी कृषि केंद्र (Agricultural Center) से प्रमाणित बीज लें और इस बार बंपर पैदावार का फायदा उठाएं!

