मध्य प्रदेश में दीपावली से पहले मौसम ने करवट ली है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पूरे प्रदेश से विदाई ले ली है, जिससे मौसम सुहाना हो गया है। हालांकि, मौसम विभाग ने 15-16 अक्टूबर को दक्षिणी जिलों में हल्की बारिश की संभावना जताई है। सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी और अनूपपुर में बादल छाए रह सकते हैं। अगले 24 घंटों में प्रदेश के सभी जिलों में तापमान में मामूली गिरावट देखने को मिलेगी, और दीपावली के बाद गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा।
मानसून की विदाई और मौसम का ताजा हाल
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा अब 14° उत्तर/72° पूर्व से होकर गुजर रही है। मानसून ने मध्य प्रदेश के साथ-साथ कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, गोवा, छत्तीसगढ़, झारखंड और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों से विदाई ले ली है। इस साल मानसून 16 जून को खरगोन के रास्ते प्रदेश में दाखिल हुआ था और रविवार-सोमवार को रीवा, शहडोल और जबलपुर संभाग के रास्ते विदा हुआ। सिंगरौली, सीधी, उमरिया, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, बालाघाट, जबलपुर, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा से मानसून ने आखिरी विदाई ली।
इससे पहले भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम, बैतूल और सागर से मानसून जा चुका था। इस बार मानसून ने 3 महीने 28 दिन तक प्रदेश में सक्रियता दिखाई, जो सामान्य तारीख 6 अक्टूबर से देर तक रहा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नए वेदर सिस्टम के बार-बार सक्रिय होने से मानसून की वापसी में देरी हुई।
तापमान में गिरावट, गुलाबी ठंड की शुरुआत
रविवार-सोमवार को इंदौर और राजगढ़ में न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के 30 शहरों में रात का तापमान 20 डिग्री से नीचे रहा। दिन में सबसे ज्यादा तापमान खजुराहो में 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में तापमान में और कमी आएगी। दीपावली के बाद ठंड बढ़ने से गुलाबी ठंड का अहसास होगा।
इस साल बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड
मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन में औसत से कहीं ज्यादा बारिश हुई। 1 जून से 13 अक्टूबर तक प्रदेश में 48 इंच बारिश दर्ज की गई, जबकि सामान्य औसत 37.2 इंच है। इस तरह 123 प्रतिशत बारिश हुई। गुना में सबसे ज्यादा 65.6 इंच बारिश हुई, जबकि मंडला और रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। सबसे कम बारिश की अगर बात करें तो शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई। ग्वालियर, शिवपुरी, भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया जैसे जिलों में बारिश का कोटा पूरा हो चुका है।
क्या है मौसम का ताजा अनुमान?
मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर प्रदेश के मध्य भागों पर एक ऊपरी हवा का चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जिसके चलते दक्षिणी मध्य प्रदेश में 15-16 अक्टूबर को हल्की बारिश हो सकती है। इसके बाद मौसम पूरी तरह साफ हो जाएगा और ठंड बढ़ने की संभावना है।

