PM Surya Ghar Yojana: सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना से देश के करोड़ों घरों में मुफ्त बिजली पहुँचाने का सपना देखा गया था। लेकिन ताजा आँकड़े बताते हैं कि यह योजना उम्मीद से कहीं पीछे चल रही है। 2027 तक 1 करोड़ घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का लक्ष्य है मगर अब तक सिर्फ 13.1% काम ही पूरा हो पाया है। आखिर क्या है इसकी वजह? आइए जानते हैं पूरी कहानी। PM Surya Ghar Yojana
योजना की धीमी रफ्तार, किसानों की बढ़ी परेशानी
केंद्र सरकार ने पीएम सूर्य घर योजना के तहत 75,021 करोड़ रुपये का बजट रखा था, ताकि देशभर में सोलर पैनल लगाकर 30 गीगावाट बिजली पैदा की जाए। मार्च 2024 से जुलाई 2025 तक सिर्फ 4.9 गीगावाट सोलर पैनल ही लग पाए हैं। यानी, लक्ष्य का सिर्फ 13.1% ही पूरा हुआ है। 57.9 लाख से ज्यादा आवेदन तो आ चुके हैं, लेकिन काम की गति धीमी होने से किसान और आम लोग परेशान हैं। खासकर किसान भाई, जो बिजली बिल से जूझ रहे हैं, इस योजना से बड़ी राहत की उम्मीद कर रहे थे। PM Surya Ghar Yojana
सब्सिडी में देरी, जागरूकता की कमी
योजना की सबसे बड़ी अड़चन है सब्सिडी मिलने में देरी। कुल 65,700 करोड़ रुपये की सब्सिडी में से अब तक सिर्फ 9,280 करोड़ रुपये ही बाँटे गए हैं, यानी सिर्फ 14.1%। JMK रिसर्च की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, लोगों को योजना की पूरी जानकारी नहीं है। ग्रामीण इलाकों में यह दिक्कत और भी ज्यादा है। किसान सोलर पैनल की लागत और रखरखाव से डरते हैं। हालाँकि, सरकार ने नीतियों में सुधार किया है और 3 लाख से ज्यादा लोगों को ट्रेनिंग दी है, ताकि वेंडर, बिजली कंपनियाँ और बैंक तेजी से काम करें। PM Surya Ghar Yojana
गुजरात ने मारी बाजी, यूपी भी रेस में
सोलर पैनल लगाने में गुजरात सबसे आगे है, जहाँ 1,491 मेगावाट क्षमता के पैनल लग चुके हैं। इसके बाद महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल और राजस्थान का नंबर आता है। ये पाँच राज्य कुल लगे सोलर पैनल का 77.2% हिस्सा कवर करते हैं। खासकर यूपी जैसे कृषि प्रधान राज्य में यह योजना किसानों के लिए गेम-चेंजर हो सकती है। सस्ती बिजली से न सिर्फ सिंचाई का खर्च कम होगा बल्कि घरेलू बिजली बिल भी जीरो हो सकता है। लेकिन जागरूकता की कमी के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में आवेदन कम हैं। PM Surya Ghar Yojana
क्या करें किसान और आम लोग?
पीएम सूर्य घर योजना का फायदा उठाने के लिए देर न करें। अपनी छत पर सोलर पैनल लगवाकर बिजली बिल को जीरो करें। अगर सब्सिडी में देरी हो रही है तो अपने नजदीकी बिजली कार्यालय या योजना की हेल्पलाइन से संपर्क करें। JMK रिसर्च की विशेषज्ञ ज्योति गुलिया का कहना है, “नीतिगत सुधारों से योजना की रफ्तार बढ़ेगी।” वहीं विशेषज्ञ प्रभाकर शर्मा ने सुझाव दिया कि ग्रामीणों को लागत और रखरखाव की चिंता दूर करनी होगी। PM Surya Ghar Yojana
पर्यावरण और जेब, दोनों को फायदा
यह योजना न सिर्फ आपकी जेब बचाएगी, बल्कि पर्यावरण को भी फायदा पहुँचाएगी। सोलर पैनल से साफ-सुथरी बिजली बनेगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होगा। किसान भाई, जल्द से जल्द आवेदन करें और इस सुनहरे मौके का फायदा उठाएँ। PM Surya Ghar Yojana

