नई दिल्ली: बुधवार, 15 अक्टूबर 2025 को भारत के लिए एक गौरवशाली क्षण सामने आया, जब राष्ट्रमंडल खेल संघ ने अहमदाबाद को 2030 के सौवें राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी के लिए चुना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस उपलब्धि पर देशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों का परिणाम बताया। शाह ने कहा कि यह भारत को विश्व खेल मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
अहमदाबाद की मजबूत बुनियाद और खेल प्रतिभा का योगदान
अमित शाह ने अपने बयान में बताया कि अहमदाबाद में विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा और देशभर में खेल प्रतिभाओं का विकास पीएम मोदी के नेतृत्व में संभव हुआ है। नरेंद्र मोदी स्टेडियम जैसे आधुनिक स्थल इस निर्णय को मजबूत आधार प्रदान करते हैं। यह पहली बार नहीं है जब भारत इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करेगा; इससे पहले 2010 में दिल्ली ने भी यह जिम्मेदारी निभाई थी।
नवंबर में होगी अंतिम मंजूरी
हालांकि यह निर्णय अभी अंतिम नहीं है। राष्ट्रमंडल खेल संघ की कार्यकारी समिति ने अहमदाबाद को प्रस्तावित मेजबान के रूप में चुना है, और 26 नवंबर 2025 को ग्लासगो में होने वाली आम सभा में इस पर अंतिम मुहर लगेगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह आयोजन भारत की खेलक्षेत्र में बढ़ती पहचान को और मजबूत करेगा।
इसको लेकर विशेषज्ञों की राय
खेल विशेषज्ञों का कहना है कि 2030 के राष्ट्रमंडल खेल न केवल भारत के लिए आर्थिक अवसर लाएंगे, बल्कि युवाओं को खेलों की ओर प्रेरित करेंगे। भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने इसे देश के युवाओं के लिए एक शक्तिशाली प्रेरणा बताया है, जो भविष्य में ओलंपिक जैसे बड़े आयोजनों की मेजबानी के लिए भी रास्ता तैयार करेगा।

