Haryana News: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह ने सोमवार को राज्यभर के पुलिस अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए सख्त और समन्वित कदम उठाने के निर्देश जारी किए। उन्होंने सभी पुलिस आयुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, थानों के प्रभारी और ट्रैफिक इंचार्जों को एक लिखित परामर्श भेजा है जिसमें सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया है।
सड़क हादसों से अब तक 4 हजार से ज्यादा मौतें
सिंह ने बताया कि अक्टूबर 2025 तक हरियाणा में सड़क दुर्घटनाओं से लगभग 4,000 लोगों की जान जा चुकी है, जो राज्य में हुई हत्याओं की संख्या से करीब पांच गुना ज्यादा है। उन्होंने इस स्थिति को बेहद चिंताजनक बताते हुए कहा कि अब इस दिशा में मानवता और मिशन भावना के साथ काम करने की जरूरत है।
ब्लाइंड स्पॉट और ट्रक पार्किंग पर कड़ी नजर
DGP ने सभी जिलों को निर्देश दिया कि वे अपने इलाकों में ब्लाइंड स्पॉट और दुर्घटना संभावित जगहों की पहचान करें। उन्होंने कहा कि किसी भी सड़क पर गाड़ियां लंबे समय तक खड़ी न रहें, और अगर जरूरी हो तो उन पर रिफ्लेक्टिव टेप और चेतावनी लाइट लगाई जाए ताकि रात के समय वे दूर से दिख सकें।सिंह ने ट्रक और ट्रेलर चालकों को हाईवे पर लंबे समय तक वाहन पार्क करने से रोकने के निर्देश दिए।
जिन स्थानों पर ऐसे मामले बार-बार सामने आते हैं, वहां 15 से 20 दिनों तक पार्किंग प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया गया है। टोल प्लाजा के आसपास भी बेहतर रोशनी और रिफ्लेक्टर लगाने को कहा गया है ताकि रात के समय दृश्यता बढ़े।
ड्राइवरों की थकान और सुरक्षा पर फोकस
सिंह ने स्पष्ट किया कि हाईवे ऑपरेटरों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया जाए कि ड्राइवर रजिस्टर्ड हों और हर यात्रा के बीच पर्याप्त आराम करें। उन्होंने कहा कि लगातार गाड़ी चलाने से ड्राइवर थकान के कारण हादसों का शिकार बनते हैं, और ऐसी लापरवाही पर अब कानूनन कार्रवाई होगी।
सड़क डिज़ाइन और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के निर्देश
DGP ने लोक निर्माण विभाग और सड़क रखरखाव एजेंसियों को भी पत्र भेजकर कहा है कि सड़कों पर सही साइन बोर्ड, बैरिकेडिंग और रिफ्लेक्शन सिस्टम का इंतजाम किया जाए। उन्होंने कहा कि बड़ी दुर्घटनाओं की जांच में अब सड़क डिज़ाइन और इंजीनियरिंग की खामियों का भी विश्लेषण होगा।
‘गोल्डन ऑवर’ में मदद और नागरिकों से अपील
ओ.पी. सिंह ने निर्देश दिया कि सड़क हादसे में घायल लोगों को पहले एक घंटे यानी ‘गोल्डन ऑवर’ के भीतर नजदीकी अस्पताल पहुंचाने की व्यवस्था मजबूत की जाए। इसके लिए पुलिस और अस्पतालों के बीच बेहतर समन्वय सिस्टम तैयार करने को कहा गया है।नागरिकों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि सड़कें सभी की साझा संपत्ति हैं, किसी की निजी नहीं। जो लोग ट्रैफिक नियम तोड़कर दूसरों की जान जोखिम में डालेंगे, उन्हें जेल भेजा जाएगा।
बेहतर काम करने वाले जिलों को मिलेगा सम्मान
सभी जिला पुलिस प्रमुखों को नवंबर और दिसंबर में अपने क्षेत्र में हुई सड़क दुर्घटनाओं और मौतों की रिपोर्ट देने को कहा गया है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि जिन जिलों में लापरवाही बरती गई, वहां जवाबदेही तय की जाएगी। वहीं, जिन जिलों ने दुर्घटना मृत्यु दर में कमी लाई है, उन्हें गणतंत्र दिवस पर सम्मानित किया जाएगा।

