गुरुग्राम: फर्जी गेमिंग ऐप से करोड़ों की ठगी! सोहना पुलिस ने 4 साइबर ठगों को धर दबोचा, 23 लाख कैश और स्कॉर्पियो जब्त

Saloni Yadav

Haryana News: दिल्ली में हाल के बम धमाकों के बाद सतर्क हुई पुलिस की नाकाबंदी में गुरुग्राम के सोहना थाना क्षेत्र में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप चलाकर लोगों को चूना लगाने वाले चार शातिर साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इनके पास से 23 लाख 94 हजार रुपये नकद, 14 फर्जी स्टांप पैड और ठगी में इस्तेमाल हुई लग्जरी स्कॉर्पियो गाड़ी पुलिस के द्वारा बरामद हुई है।

नाकाबंदी में कैसे फंसे ठग?

जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार सोहना थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रविंदर सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना मिली थी कि नूंह की तरफ भारी कैश लेकर चार लोग आ रहे हैं। टीम ने अम्बेडकर चौक पर स्पेशल नाकाबंदी लगा दी। रात करीब 11 बजे एक काली स्कॉर्पियो (HR-26XXXX) आती दिखी। जैसे ही गाड़ी रुकी तो पुलिस ने उसकी तलाशी ली तो उसमें से 3 लाख 16 हजार रुपये बरामद हो गए।

गाड़ी में सवार चारों युवकों की पहचान नूंह जिले के गांव चंदेनी निवासी सद्दाम, शाहरुख, मोसिम और मोहम्मद इरशाद के रूप में हुई। पूछताछ में ये लोग घबरा गए और उल्टे-सीधे जवाब देने लगे। शक गहराते ही पुलिस ने तुरंत FIR काटी और मुख्य सरगना सद्दाम के घर पर दबिश दी।

घर से मिला 20 लाख का खजाना और फर्जी स्टांप पैड

आपको जानकार हैरानी होगी कि सद्दाम के घर छापेमारी में पुलिस के होश उड़ गए उनको वहां से 20 लाख 78 हजार रुपये नकद और 14 फर्जी स्टांप पैड बरामद हुए। बता दें ये स्टांप पैड फर्जी दस्तावेज बनाने में इस्तेमाल होते थे। पुलिस का दावा है कि ये ठग पिछले कई महीनों से “तीन पत्ती”, “रम्मी” जैसे फेक गेमिंग ऐप चला रहे थे ओर इनके जरिए ही ठगी का पूरा गिरोह चल रहा था।

16 करोड़ का लेन-देन, एक खाते में ही!

इसके बाद पुलिस के द्वारा तकनीकी जांच में जो खुलासा हुआ वो रोंगटे खड़े कर देने वाला है। सद्दाम के बैंक खाते में अकेले 16 करोड़ रुपये से ज्यादा का ट्रांजेक्शन मिला। CDR और बैंक स्टेटमेंट से पता चला कि ये लोग लोगों को “100 रुपये लगाओ, 10 हजार जीतो” जैसे लालच देकर पैसे ऐप में डलवाते थे। जैसे ही अमाउंट बड़ा होता तो फिर ये लोग ऐप क्रैश कर देते और पैसा गायब।

सद्दाम ने पूछताछ में कबूल लिया, “हम लोग मिलकर फर्जी ऐप बनवाते थे। बाहर से दिखने में बिल्कुल असली लगते थे। जैसे ही कोई बड़ा अमाउंट जीतता तो हम सर्वर से यूजर को गायब कर देते। अब तक सैकड़ों लोग ठगे जा चुके हैं।”

कोर्ट ने दी 6 दिन की रिमांड

आपको बता दें कि इस मामले में 12 नवंबर को सभी चारों आरोपियों को सोहना कोर्ट में पेश किया गया ओर वहां पुलिस ने रिमांड मांगी तो जज साहब ने 6 दिन का पुलिस रिमांड दे दिया। अब पुलिस बाकी बैंक खातों, फर्जी ऐप डेवलपर्स और ठगी के शिकार लोगों की लिस्ट निकाल रही है कि इसके तार अब आगे कहां तक जा रहे है।

इंस्पेक्टर रविंदर सिंह ने कहा, “ऐसे फर्जी ऐप हर दिन नए-नए नाम से आते हैं। कोई भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें। अगर ठगी हुई हो तो तुरंत साइबर थाने में शिकायत करें।” आपको बता दें कि पुलिस का दावा है कि ये गैंग पूरे हरियाणा-राजस्थान में सक्रिय था। अब इनके तार दिल्ली-एनसीआर के बड़े साइबर फ्रॉड नेटवर्क से भी जुड़ते दिख रहे हैं इसलिए आप सभी को सतर्क रहने की जरूरत है।

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सलोनी यादव एक अनुभवी पत्रकार हैं जिन्होंने अपने 10 साल के करियर में कई अलग-अलग विषयों को बखूबी कवर किया है। उन्होंने कई बड़े प्रकाशनों के साथ काम किया है और अब NFL स्पाइस पर अपनी सेवाएँ दे रहा है। सलोनी यादव हमेशा प्रामाणिक स्रोतों और अपने अनुभव के आधार पर जानकारी साझा करती हैं और पाठकों को सही और विश्वसनीय सलाह देती हैं।