हरियाणा में खेलों की नई रूपरेखा हुई तय! अब साल में दो बार होंगे State Olympic Games

Saloni Yadav
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Haryana News: हरियाणा में खेलों को संरचनात्मक रूप से मजबूत करने के लिए एक अहम फैसला लिया गया है। आयोजन समिति और हरियाणा ओलंपिक संघ के बीच हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब हर साल अप्रैल और नवंबर में दो बार Haryana State Olympic Games आयोजित किए जाएंगे। खेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार यह कदम प्रदेश के खिलाड़ियों को लगातार मंच देने की दिशा में सबसे बड़ा बदलाव माना जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक 2 से 8 नवंबर 2025 के बीच आयोजित हुए 27वें राज्य ओलंपिक गेम्स की सफलता ने इस फैसले को गति दी। करीब 13 साल बाद हुए इस आयोजन ने प्रदेश में खेल माहौल को नई ऊर्जा दी है।

नवंबर के आयोजन ने बदला माहौल, मैदानों में रहा उत्साह

खेलों में शामिल जिलों से मिली जानकारी बताती है कि इस बार की तैयारियां मैदान स्तर पर बेहद सुदृढ़ रहीं।
सात दिनों तक चले मुकाबलों में 7358 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया और लगभग 1200 पदकों पर दावा पेश किया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कई जगहों पर खेल मैदान सुबह से देर रात तक भरे रहे। एथलेटिक्स, कुश्ती, बॉक्सिंग, हॉकी, शूटिंग और तैराकी जैसे प्रमुख खेलों में खिलाड़ियों का उत्साह साफ दिखाई देता था। आयोजन से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि इस बार प्रतिभागियों और आयोजनों की संख्या प्रदेश में sports participation growth का स्पष्ट संकेत दे रही है।

गर्मी से राहत के लिए रात में होंगे Outdoor Events

आयोजन समिति की ओर से मिली जानकारी के अनुसार अप्रैल 2026 में होने वाले अगले संस्करण में बड़ा बदलाव किया गया है। गर्मियों में बढ़ते तापमान को देखते हुए कई खेलों को Night Schedule में रखा जाएगा।

खेल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एथलेटिक्स, फुटबॉल, हॉकी, तीरंदाजी, साइकिलिंग, बैडमिंटन और वॉलीबॉल जैसे प्रमुख आउटडोर गेम्स को रात में कराया जाएगा ताकि खिलाड़ियों को गर्मी से राहत मिले और उनका प्रदर्शन प्रभावित न हो।

यह बदलाव athlete safety, performance management और अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

13 साल का अंतराल, खिलाड़ियों के नुकसान की भरपाई के लिए बड़ा कदम

उपलब्ध अभिलेखों के अनुसार हरियाणा राज्य ओलंपिक गेम्स आखिरी बार वर्ष 2012 में आयोजित हुए थे। उसके बाद प्रशासनिक और राजनीतिक कारणों से प्रतियोगिता 13 वर्षों तक ठप रही। खेल विश्लेषकों का मानना है कि इस लंबे अंतराल ने हजारों खिलाड़ियों के करियर विकास को धीमा कर दिया। अब साल में दो बार प्रतियोगिता आयोजित करने का फैसला इस नुकसान की भरपाई का माध्यम माना जा रहा है।

सूत्रों के मुताबिक भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा अगले साल होने वाले नेशनल गेम्स में हरियाणा से 1000 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेने वाले हैं और सभी की तैयारी इसी कैलेंडर के अनुसार आगे बढ़ाई जा रही है।

खिलाड़ियों के लिए जारी हुई Digital Athlete ID, आसान होगा रिकॉर्ड प्रबंधन

हरियाणा ओलंपिक संघ के अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश में 7000 से अधिक खिलाड़ियों को एक यूनिक Digital Athlete ID जारी की गई है।

इसमें वह सभी महत्वपूर्ण विवरण शामिल किए गए हैं, जिनसे खिलाड़ी की पूरी खेल-यात्रा का आंकलन किया जा सके।

इस ID में शामिल हैं—

  • खिलाड़ी की संपूर्ण खेल उपलब्धियां
  • किस वर्ष किस स्तर पर खेला
  • वर्तमान प्रदर्शन
  • ब्लड ग्रुप
  • जिला व व्यक्तिगत जानकारी
  • Detailed sports history

आयोजन से जुड़े तकनीकी दल के अनुसार यह व्यवस्था sports data monitoring, चयन प्रक्रिया और खिलाड़ियों की ट्रैकिंग को और पारदर्शी बनाएगी।

हरियाणा एक उभरते Sports Hub की ओर

विशेषज्ञों का कहना है कि बीते वर्षों में ओलंपिक और अंतरराष्ट्रीय मंच पर हरियाणा के खिलाड़ियों ने जिस मजबूती से प्रदर्शन किया है, यह नई नीति उसी दिशा को और विस्तार देगी।

हर साल दो बार होने वाले राज्य ओलंपिक से न केवल खिलाड़ियों की प्रतियोगी क्षमता बढ़ेगी, बल्कि जमीनी स्तर पर भी नई प्रतिभाओं की पहचान तेजी से हो सकेगी।
खेल विभाग का मानना है कि आने वाले कुछ वर्षों में हरियाणा देश का सबसे मजबूत sports hub बनकर उभर सकता है।

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सलोनी यादव एक अनुभवी पत्रकार हैं जिन्होंने अपने 10 साल के करियर में कई अलग-अलग विषयों को बखूबी कवर किया है। उन्होंने कई बड़े प्रकाशनों के साथ काम किया है और अब NFL स्पाइस पर अपनी सेवाएँ दे रहा है। सलोनी यादव हमेशा प्रामाणिक स्रोतों और अपने अनुभव के आधार पर जानकारी साझा करती हैं और पाठकों को सही और विश्वसनीय सलाह देती हैं।