Breaking News: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर शनिवार दोपहर एक बड़ी घटना हो गई। मटियारी बॉर्डर आउटपोस्ट (Border Outpost) के पास तस्करों के गिरोह और BSF जवानों के बीच झड़प में एक बांग्लादेशी तस्कर की मौत हो गई। BSF के मुताबिक, धारदार हथियारों से हमले के बीच गलती से एक जिंदा गोली चल गई थी।
घटना तब हुई जब 32वीं बटालियन के एक जवान ने देखा कि बाड़ के दोनों तरफ से तस्करी का धंधा चल रहा है। भारतीय तस्कर बॉर्डर फेंसिंग के पार प्लास्टिक के बंडल फेंक रहे थे और बांग्लादेशी तस्कर उन्हें इकट्ठा कर रहे थे।
जवान ने दी चुनौती, तस्करों ने बोला हमला
BSF के आधिकारिक बयान के अनुसार, जवान ने जैसे ही तस्करों को रोका और चुनौती दी, भारतीय तस्कर तो मौके से फरार हो गए, लेकिन बांग्लादेशी तस्करों ने — जिनमें से कुछ भारतीय सीमा की तरफ आ चुके थे — धारदार हथियारों (sharp weapons) से जवानों पर हमला कर दिया।
इसी हाथापाई और बवाल के बीच गलती से एक लाइव राउंड फायर हो गया। गोली एक बांग्लादेशी तस्कर को जा लगी, जो वहीं जमीन पर गिर पड़ा। बाकी तस्कर मौके से भाग निकले और पीछे छोड़ गए 96 कफ सिरप की बोतलें, दो विदेशी शराब की बोतलें और एक कांटेदार तार काटने वाला औजार।
अस्पताल में डॉक्टरों ने कर दिया मृत घोषित
घायल बांग्लादेशी तस्कर को तुरंत कृष्णगंज अस्पताल (Krishnaganj Hospital) ले जाया गया, लेकिन वहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
BSF ने बताया कि मृतक की बॉडी और घटनास्थल से बरामद सामान — जिसमें कफ सिरप और शराब की बोतलें शामिल हैं — को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए राज्य पुलिस के हवाले कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस स्टेशन में FIR भी दर्ज करा दी गई है।
सीमा पर तस्करी की लगातार कोशिशें
यह घटना एक बार फिर भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के बढ़ते मामलों को उजागर करती है। खासकर पश्चिम बंगाल की सीमा पर कफ सिरप, शराब, नशीली दवाओं और अन्य प्रतिबंधित सामानों की तस्करी आम बात है। BSF जवान लगातार इस तरह की गतिविधियों पर नजर रखते हैं, लेकिन तस्करों की तरफ से हमले और हिंसक प्रतिरोध भी बढ़ते जा रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि जांच जारी है और पूरे मामले की गहराई से पड़ताल की जा रही है।
