हरियाणा को मिले 3 नए नेशनल हाईवे: Panipat–Dabwali एक्सप्रेसवे सहित बड़े प्रोजेक्ट्स से जमीन के दामों में उछाल तय

Saloni Yadav

Haryana News: हरियाणा में सड़कों का नया युग शुरू होने जा रहा है। राज्य सरकार और केंद्र की नीतियों के तहत तीन नए राष्ट्रीय राजमार्गों को हरी झंडी मिल गई है। साथ ही जिन एक्सप्रेसवे और मल्टी-लेन हाईवे का निर्माण पहले से चल रहा है वो अब तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि अगले कुछ वर्षों में हरियाणा का रोड नेटवर्क इतना मजबूत हो जाएगा कि राज्य की आर्थिक और क्षेत्रीय तस्वीर ही बदल जाएगी।

नए कॉरिडोर से बढ़ेगी कवरेज

जानकारी के मुताबिक नए घोषित NH रूट्स हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ेंगे। जिन जिलों में अब तक हाईवे का सीधा फायदा नहीं पहुंच पा रहा था वे पहली बार बड़े सड़क नेटवर्क से जुड़ जाएंगे। इससे यात्रा समय कम होगा और औद्योगिक ट्रांसपोर्ट को नई राहत मिलेगी।

Panipat–Dabwali Expressway: पूर्वी से उत्तर-पश्चिमी हरियाणा को सीधा लिंक

आपको बता दें कि करीब 300 किमी लंबा Panipat–Dabwali Expressway हरियाणा के पूर्वी, मध्य और उत्तर–पश्चिमी इलाकों को जोड़ने का सबसे बड़ा कॉरिडोर माना जा रहा है। विशेषज्ञ इसे राज्य के ‘ट्रेड रूट’ का नया रीढ़-काठ कह रहे हैं। इस रूट के तैयार होने से अंबाला, करनाल, पानीपत, हिसार और सिरसा बेल्ट में लॉजिस्टिक लागत कम होगी।

Ambala–Panchkula Highway: NH-72 से नई कनेक्टिविटी

अंबाला के बलदेव नगर से पंचकूला के खतौली गांव तक 4/6-लेन हाईवे की योजना राज्य की उत्तरी कनेक्टिविटी को मजबूत करेगी। यह कॉरिडोर हिमाचल और उत्तराखंड से आने-जाने वाले यातायात को भी सहूलियत देगा ओर साथ ही इन इलाकों में जमीन के दाम बढ़ने के साथ साथ में उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।

जैसे-जैसे हाईवे जमीन पर उतर रहे हैं वैसे वैसे रियल एस्टेट मार्केट में हलचल शुरू हो चुकी है। जिन क्षेत्रों में पहले सड़क सुविधा कम थी वहां अब रिहायशी कॉलोनियों, इंडस्ट्रियल पार्क्स और नई टाउनशिप का माहौल बनने लगा है।

जमीन की कीमतों में तेज़ उछाल तय

जानकारों के मुताबिक सड़क बनने के बाद उस पूरी बेल्ट में जमीन के दाम तेज़ी से ऊपर जाते हैं और यही हरियाणा के कई हिस्सों में दिखने लगा है। शहरों और औद्योगिक केंद्रों से थोड़ी दूरी पर स्थित वे इलाके जहां अभी प्लानिंग एरिया का ड्राफ्ट तैयार हो रहा है भविष्य के हॉटस्पॉट माने जा रहे हैं।

लंबी अवधि (5–10 साल) का निवेश करने वालों के लिए यह समय ‘गोल्डन विंडो’ माना जा रहा है। क्योंकि जैसे-जैसे हाईवे और एक्सप्रेसवे पूरे होंगे उस पूरी रेंज में भूमि मूल्य का रीयलाइज़ेशन तेजी से होता जाएगा।

क्यों माना जा रहा है इसे हरियाणा का ‘इंफ्रास्ट्रक्चर मोमेंट’?

बहु-ज़ोन कनेक्टिविटी पहली बार एक साथ अपग्रेड हो रही है ओर ये हरियाणा के लोगों के लिए बहुत फायदा होने वाला है:

  • ट्रांसपोर्ट और इंडस्ट्री के लिए लागत घटेगी
  • छोटे कस्बों तक निवेश के अवसर पहुंचेंगे
  • रोजगार और लोकल बिज़नेस को बड़ा लाभ
  • रोड नेटवर्क स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स से भी जुड़ेगा

जानकारों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में कॉरिडोर एक साथ मिलना हरियाणा को अगले दशक में देश के टॉप इंफ्रा-ड्रिवन स्टेट्स की श्रेणी में ले जा सकता है।

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सलोनी यादव एक अनुभवी पत्रकार हैं जिन्होंने अपने 10 साल के करियर में कई अलग-अलग विषयों को बखूबी कवर किया है। उन्होंने कई बड़े प्रकाशनों के साथ काम किया है और अब NFL स्पाइस पर अपनी सेवाएँ दे रहा है। सलोनी यादव हमेशा प्रामाणिक स्रोतों और अपने अनुभव के आधार पर जानकारी साझा करती हैं और पाठकों को सही और विश्वसनीय सलाह देती हैं।