किसानों के लिए (DAP and Urea) खाद किसी वरदान से कम नहीं। ये दोनों खाद फसलों की पैदावार बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। 2025 में सरकार ने इन पर (GST rates) को लेकर बड़ा फैसला किया है, जो किसानों की जेब और खेती पर असर डालेगा। आइए जानते हैं नई कीमतें, सब्सिडी और सप्लाई की ताजा जानकारी।
डीएपी और यूरिया क्यों हैं खास?
(DAP) यानी डायमोनियम फॉस्फेट में 18% नाइट्रोजन और 48% फॉस्फोरस होता है, जो मिट्टी को उपजाऊ बनाता है और फसलों को मजबूती देता है। वहीं, (Urea) नाइट्रोजन का मुख्य स्रोत है, जो पौधों की शुरुआती ग्रोथ और हरी-भरी पत्तियों के लिए जरूरी है। इनके बिना खेती की कल्पना मुश्किल है।
2025 की नई GST दरें और कीमतें
सरकार ने (fertilizer GST rates) को 5% पर बरकरार रखा है। (DAP price) की बात करें तो 50 किलो का बैग सब्सिडी के बाद ₹1300-₹1350 में मिलेगा, जबकि बिना सब्सिडी इसकी कीमत ₹1450-₹1500 के बीच है। (Urea price) के लिए 45 किलो का बैग सब्सिडी के साथ ₹260-₹270 में उपलब्ध होगा, लेकिन बिना सब्सिडी इसकी कीमत ₹2400 से ज्यादा हो सकती है।
खाद की सप्लाई और आयात की स्थिति
किसानों को (fertilizer supply) की कमी न हो, इसके लिए सरकार ने मार्च 2025 तक (urea import) के जरिए खाद की उपलब्धता सुनिश्चित की है। इससे किसानों को समय पर खाद मिलेगी और खेती का काम बिना रुकावट चलेगा। साथ ही (black marketing) पर नकेल कसने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं।
किसानों के लिए क्या है इसका मतलब?
नई (GST rates 2025) और सब्सिडी के चलते खेती की लागत नियंत्रण में रहेगी। इससे (crop yield) बढ़ाने में मदद मिलेगी और किसानों की आय पर सकारात्मक असर पड़ेगा। हालांकि, किसानों को सलाह है कि वे (government notifications) पर नजर रखें ताकि ताजा जानकारी मिल सके।
2025 में (DAP and Urea prices) और सप्लाई की स्थिति किसानों के लिए राहत की खबर लेकर आई है। सरकार की सब्सिडी और सप्लाई नीतियां खेती को और मजबूत करेंगी। किसानों को चाहिए कि वे इन बदलावों का लाभ उठाएं और अपनी फसलों की पैदावार बढ़ाएं।

