हरियाणा : राज्य में भारी बारिश के चलते किसानो को फसलों में काफी नुकसान झेलना पड़ा है। और इसकी भरपाई के लिए छतिपूर्ति पोर्टल 12 जिलों जिसमे रोहतक, रेवाड़ी, कुरुश्रेत्र, नूह, झज्झर, भिवानी, हिसार समेत अन्य जिलों के लिए 10 सितम्बर से शुरू होगा। जिस पर किसानो को अपनी फसलों में हुए नुकसान का ब्यौरा देना होगा। जिन किसानो ने PM फसल बीमा योजना के तहत पंजीकरण किया हुआ है। वो आसानी से फसल नुकसान पंजीकरण कर सकते है।
देश के सभी हिस्सों में अभी के समय जबरदस्त बारिश की गतिविधिया जारी है। जिससे बाढ़ के हालत बन रहे है। किसानो को खरीफ की फसलों में काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। जिन किसानो ने फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए पंजीकरण करना है वो नजदीकी CSC केन्द्रो की मदद से भी इसके लिए पंजीकरण करवा सकते है।
औसत से अधिक बारिश में फसले बर्बाद
इस साल मौसम विभाग ने पहले ही मानसून के दौरान औसत से अधिक बारिश होने के संकेत दिए थे। इस बार राजस्थान, हरियाणा समेत अन्य सभी राज्यों में बारिश सामान्य से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है। खेती के लिए अच्छा है लेकिन खरीफ की फसल के लिए नुकसान दायक भी हो रहा है। अभी खरीद सीजन में फसले पक कर तैयार है और बारिश होने से इन फसलों में नुकसान हो रहा है। जिससे किसानो को आर्थिक चोट झेलनी पड़ रही है। हालाँकि सरकार किसानो के साथ खड़ी है। और फसलों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए छतिपूर्ति पोर्टल को ओपन कर रही है। जिससे किसानो को अपने नुकसान की भरपाई के लिए पंजीकरण की सुविधा मिलेगी।
कैसे कर सकते है पंजीकरण
ये सुविधा केवल हरियाणा राज्य के किसानो के लिए है तो आपको बता दे की केवल हरियाणा के ही किसानो अपना पंजीकरण करवा सकते है। पंजीकरण के लिए आपको https://ekshatipurti.haryana.gov.in वेब पोर्टल पर जाना होगा। यहाँ पर आपको अपनी PPP के जरिये या आधार कार्ड के जरिये पंजीकरण करवाना होगा।
इस पोर्टल के जरिये खेतो में फसलों में हुए नुकसान का पूरा ब्यौरा आप दे सकते है। इसके बाद जाँच अधिकारी खेतो में जाँच के बाद खेतो में फसल नुकसान का आँकलन करेंगे और क्लेम सम्बंधित प्रक्रिया शुरू हो जाती है। आवेदन के बाद जितना नुकसान हुआ है उसके हिसाब से सीधा बैंक खातों में किसानो को क्लेम राशि जारी कर दी जाती है।
सबसे बेहतर है की किसी नजदीकी CSC केंद्र की मदद से आप छतिपूर्ति पोर्टल के जरिये अपना आवेदन करे। और आवेदन के लिए आपको अपना परिवार पहचान पत्र, आधार कार्ड , फसल सम्बंधित जानकारी, बैंक पासबुक, जमीन सम्बंधित दस्तावेजों की जरुरत होगी। तो वो सभी साथ लेकर जाए। आपको बता दे की हरियाणा राज्य सरकार ने 12 जिलों के कुल 1402 गाँवो के लिये 10 सितम्बर से पोर्टल को शुरू किया जाना है। इसलिए समय पर ही आपको पंजीकरण की प्रक्रिया को पूर्ण करवाना होगा।
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