इन सब्जियों की बुवाई करें
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ब्रोकली: शहरों में ब्रोकली की मांग तेजी से बढ़ रही है। यह 50-100 रुपये प्रति किलो तक बिकती है। सितंबर में इसकी बुवाई करने से 45-60 दिनों में फसल तैयार हो जाती है।
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टमाटर: सालभर डिमांड में रहने वाला टमाटर सितंबर-अक्टूबर में बोया जाता है। दिसंबर-जनवरी तक फसल तैयार होकर अच्छा मुनाफा देती है।
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गाजर: अगस्त से नवंबर तक गाजर की बुवाई का सही समय है। कम अवधि वाली गाजर 2 महीने में तैयार हो जाती है। इसे मेड़ पर लगाकर भी अच्छी कमाई की जा सकती है।
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बैंगन: सर्दियों में बैंगन की मांग बढ़ जाती है। जैविक खेती से लागत कम कर आप इसकी खेती से ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं।
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मूली, शलगम, चुकंदर, मटर, गोभी: ये सब्जियां भी सितंबर में बोने के लिए बेहतरीन हैं। ये कम समय में तैयार होकर बाजार में अच्छे दाम दिलाती हैं।
क्यों खास है सितंबर?
सितंबर में तापमान और नमी का संतुलन इन सब्जियों के अंकुरण और विकास के लिए आदर्श होता है। कम मेहनत और कम लागत में ये फसलें अच्छा उत्पादन देती हैं। खासकर ब्रोकली और टमाटर जैसे उच्च मूल्य वाली सब्जियां किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही हैं।
कैसे करें खेती?
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जैविक खेती: बैंगन और टमाटर जैसी फसलों में जैविक खाद का इस्तेमाल करें। इससे लागत कम होगी और मुनाफा ज्यादा।
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सही समय पर बुवाई: गाजर और मूली जैसी फसलों को समय पर बोएं ताकि सर्दियों की शुरुआत में बाजार में इनकी डिमांड का फायदा उठाया जा सके।
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मेड़ पर खेती: गाजर और मूली को मेड़ पर लगाकर जमीन का बेहतर उपयोग करें।
कमाई का मौका
इन सब्जियों की खेती से आप 45-60 दिनों में ही फसल तैयार कर सकते हैं। दिवाली के आसपास बाजार में इनकी अच्छी कीमत मिलती है। खासकर ब्रोकली और टमाटर जैसे उत्पादों से लाखों रुपये तक की कमाई संभव है।
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