उदयपुर IT कंपनी कांड: CEO और स्टाफ पर महिला मैनेजर से दुष्कर्म का आरोप, डैशकैम फुटेज से खुलासा

उदयपुर में IT कंपनी की महिला मैनेजर से कथित दुष्कर्म के मामले में CEO सहित तीन लोग गिरफ्तार किये गए है। घटना जन्मदिन पार्टी के बाद कार में हुई जिसका खुलासा अब मेडिकल रिपोर्ट में चोटों की और डैशकैम फुटेज से हो चुका है। कोर्ट ने आरोपियों को रिमांड पर भेजा है और अब आगे की कार्यवाही की जा रही है। जानिए कैसे क्या क्या हुआ था?

  • उदयपुर में IT कंपनी की महिला मैनेजर के साथ कथित दुष्कर्म=
  • डैशकैम फुटेज और मेडिकल रिपोर्ट बने अहम साक्ष्य
  • CEO समेत तीन आरोपी गिरफ्तार, चार दिन की रिमांड
  • कार्यस्थल सुरक्षा को लेकर उठे गंभीर सवाल

उदयपुर में एक निजी IT कंपनी की महिला मैनेजर के साथ कथित दुष्कर्म के मामले में नए खुलासों ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है। जन्मदिन की पार्टी के बाद बेहोशी की हालत में हुई इस वारदात के करीब चार दिन बाद पुलिस ने कंपनी के CEO समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

घटना बीते शनिवार रात की है जब कंपनी के CEO ने जन्मदिन की पार्टी आयोजित की थी। आरोप है कि पार्टी खत्म होने के बाद महिला मैनेजर को घर छोड़ने के बहाने गाड़ी में बैठाया गया जहां हालात अचानक बदल गए।

शिकायत में महिला ने बताया कि रास्ते में उसे कुछ पिलाया गया जिसके बाद वह होश खो बैठी। जब अगली सुबह उसने खुद को घायल स्थिति में पाया तो उसे संदेह गहरा गया। उसके प्राइवेट पार्ट्स पर चोट के निशान थे और उसके अंतवस्त्र भी गायब थे जिससे उसका शक और गहरा गया। मेडिकल रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हो गई है।

डैशकैम बना गवाह, मेडिकल रिपोर्ट में चोट के निशान

होश में आने के बाद महिला ने कंपनी की गाड़ी में लगे डैशकैम की जांच की। उसमें कथित रूप से पूरी घटना और आरोपियों की बातचीत रिकॉर्ड मिली। यही फुटेज पुलिस के लिए केस में सबसे बड़ा साक्ष्य साबित हुआ है।

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मेडिकल जांच में शरीर के कई हिस्सों पर चोटें पाई गईं। रिपोर्ट में निजी अंगों में दर्द और सूजन के चलते यौन हमले की पुष्टि की गई है।

कौन हैं आरोपी

पुलिस के मुताबिक तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं उनमे CEO, कंपनी की एक महिला एग्जीक्यूटिव और उसका पति जो मेरठ का रहने वाला बताया जा रहा है।

कोर्ट ने तीनों आरोपियों को चार दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। अब केस की जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुरी वर्मा के अधीन है।

शिकायत के मुताबिक पीड़िता के कुछ निजी सामान जैसे जेवर, मोज़े और कपड़ों के कुछ हिस्से गायब मिले। पुलिस इस पर भी जांच कर रही है कि इन्हें छिपाने का मकसद क्या था और क्या यह सुबूत मिटाने की कोशिश का हिस्सा है।

कार्यस्थल की सुरक्षा पर उठे सवाल

मामले के सामने आने के बाद शहर के कॉर्पोरेट और IT सर्कल में कार्यस्थलों पर सुरक्षा और संवेदनशीलता के मुद्दे उठने लगे हैं। खासकर उन कंपनियों में जहां मैनेजमेंट ही आरोपों के घेरे में है। वहां कर्मचारियों में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।

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यह मामला केवल एक आपराधिक घटना नहीं बल्कि कार्यस्थल पर महिलाओं की सुरक्षा और विश्वास के सवाल को लेकर भी बड़ा संकेत माना जा रहा है।

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