रेवाड़ी। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को याद करने का मौका था और रेवाड़ी ने इसे पूरा जोश के साथ मनाया। रविवार सुबह राव तुलाराम स्टेडियम से लघु सचिवालय तक चली पदयात्रा में सैकड़ों लोग तिरंगा थामे चलते दिखे। माई भारत युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के साथ जिला प्रशासन ने मिलकर ये आयोजन किया था, जिसका मकसद था देश की एकता-अखंडता को फिर से याद दिलाना।
मुख्य अतिथि थे केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह। उनके साथ रेवाड़ी विधायक लक्ष्मण सिंह यादव, बावल के डॉ. कृष्ण कुमार, कोसली के अनिल यादव समेत कई बड़े चेहरे मौजूद थे। डीसी अशोक मीणा ने मंत्री जी का फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया।
राव इंद्रजीत ने सरदार पटेल को याद करते हुए कहा, “562 रियासतों को एक करके इन्होंने भारत को असली ताकत दी। इनकी दृढ़ इच्छाशक्ति ही थी कि आज हम एक देश हैं।” उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का जिक्र किया और कहा कि ये प्रतिमा हमें बताती है कि मजबूत भारत तभी बनेगा जब हर हिस्सा एक-दूसरे से जुड़ा रहे। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का भी उन्होंने जिक्र किया और बोले कि प्रधानमंत्री मोदी ने सरदार पटेल के रास्ते पर चलते हुए देश की एकता को और मजबूत किया है।
कार्यक्रम की शुरुआत सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि से हुई। उसके बाद मंत्री जी ने सभी को एक भारत, आत्मनिर्भर भारत और स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई। फिर हाथ में तिरंगा लेकर खुद हरी झंडी दिखाई और मार्च शुरू हो गया। स्टेडियम से निकली ये पदयात्रा शहर के चौक-चौराहों से होती हुई शहीद स्मारक पर खत्म हुई। रास्ते में चाय-पानी, जलपान का भी इंतजाम था ताकि किसी को दिक्कत न हो।
पूरा माहौल देशभक्ति से भरा था। स्टेडियम में बच्चों और कलाकारों ने ऐसा समा बांधा कि तालियां अपने आप बजने लगीं। लावण्या फाउंडेशन की अंजलि-अंजना ने देशभक्ति गीत गाए तो धारना ने योग का शानदार प्रदर्शन किया। ललित और उनकी टीम ने हरियाणवी धुनों पर नाचकर सबको थिरकने पर मजबूर कर दिया। मनीषा और उसकी टीम का गीत भी खूब पसंद किया गया। मंत्री जी ने सबको स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष डॉ. वंदना पोपली, जिला परिषद चेयरमैन मनोज यादव, नगर परिषद चेयरपर्सन पूनम यादव, एसडीएम सुरेश कुमार, डीडीपीओ एचपी बंसल, मेरा भारत के सुमित यादव, जिला खेल अधिकारी ममता समेत तमाम अधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।
साफ था कि रेवाड़ी ने सरदार पटेल को सिर्फ याद नहीं किया, बल्कि उनके एकता के संदेश को फिर से जिंदा कर दिखाया।

