Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार ने राज्य के पूर्व अग्निवीरों के लिए ऐसा फैसला लिया है जिसने हजारों युवाओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। अब राज्य के मूल निवासी सभी पूर्व अग्निवीरों को सरकारी नौकरियों में अधिकतम आयु सीमा में राहत मिलेगी। इससे रक्षा सेवा पूरी कर लौटे जवानों के लिए सरकारी नौकरी का रास्ता काफी आसान हो गया है। आइये जानते है की हरियाणा की प्रदेश सरकार की तरफ से क्या फैसला लिया गया है।
पहले बैच को मिलेगा सबसे बड़ा फायदा
आपको बता दें की सरकार के इस फैसले का सबसे ज्यादा फायदा उन अग्निवीरों को मिलेगा जो ‘अग्निपथ स्कीम’ के पहले बैच का हिस्सा थे। इन्हें सरकारी भर्तियों में ऊपरी आयु सीमा में पूरे पांच साल की छूट दी जाएगी। वहीं बाकी पूर्व अग्निवीरों को तीन साल की रियायत मिलेगी। यह कदम उन युवाओं के लिए राहत लेकर आया है जो पहले उम्र की वजह से आवेदन नहीं कर पा रहे थे।
हरियाणा के हर जिले से हजारों अग्निवीर अब नई उम्मीदों के साथ राज्य की विभिन्न नौकरियों के लिए आवेदन कर पाएंगे। चाहे पुलिस भर्ती हो, क्लर्क पद हो या बोर्ड-निगम की अन्य जिम्मेदारियां, अब उम्र की पाबंदी इनके रास्ते में रुकावट नहीं बनेगी।
मुख्य सचिव ने दिए सख्त आदेश
जानकारी के मुताबित मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सभी सरकारी विभागों, बोर्ड, निगम और विश्वविद्यालयों को पत्र जारी करते हुए स्पष्ट कहा है कि इस नीति का सख्ती से पालन किया जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही या बहाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सरकार ने बताया कि यह निर्णय लंबी समीक्षा और विस्तृत विचार-विमर्श के बाद लिया गया है ताकि अग्निवीरों को पूरा सम्मान और समान अवसर मिल सके।
सूत्रों से मिली जानकारी है कि नायब सैनी सरकार जल्द ही अग्निवीरों के लिए आरक्षण और स्किल मैपिंग प्रोग्राम पर काम शुरू कर सकती है। इससे उनकी सैन्य ट्रेनिंग नागरिक नौकरियों में उपयोग हो सकेगी। हरियाणा सरकार के इस फैसले ने यह संदेश दिया है कि जो देश की रक्षा में खड़ा रहता है, उसके भविष्य को सुरक्षित करने की जिम्मेदारी राज्य भी पूरी तरह निभाएगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि कितने अग्निवीर इस सुनहरे मौके का फायदा उठाकर सरकारी सेवा में अपनी नई पारी शुरू करते हैं।

