Haryana News: हरियाणा के सोनीपत जिले के गांव भटाना जाफराबाद में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। रविवार को यहां तीन एकड़ जमीन पर प्रदेश का 27वां ऑक्सीजन बाग स्थापित किया गया। इस पहल ने न सिर्फ गांव को हरा-भरा बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी फैलाई।
हवन के साथ शुरू हुआ अभियान
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 8 बजे हवन के साथ हुई। मुख्यमंत्री के ओएसडी वीरेंद्र बढ़खालसा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और पौधारोपण कर इस अभियान की शुरुआत की। ग्रामीणों और पर्यावरण मित्रों ने मिलकर महज दो घंटे में 1100 फलदार और छायादार पौधे लगाए। इस मौके पर वीरेंद्र बढ़खालसा ने ग्रामीणों के प्रयासों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, “पौधारोपण ही वह जरिया है, जिससे हम प्रदूषित वातावरण को स्वच्छ बना सकते हैं। यह अभियान हरियाणा को हरा-भरा बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।”
छोटा तालाब और पौधों की सुरक्षा
गांव के सरपंच कर्मबीर सिंह ने बताया कि पंचायत ने इस बाग में एक छोटा तालाब बनवाया है, ताकि पौधों को पानी की कमी न हो। इसके अलावा, पौधों की सुरक्षा के लिए जाली भी लगाई गई है। उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश है कि ये पौधे बड़े होकर पेड़ बनें। पंचायत तब तक इनकी नियमित देखभाल करेगी।”
पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरणा
पर्यावरण कार्यकर्ता योगेश और सरपंच कर्मबीर सिंह ने इस ऑक्सीजन बाग की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। पर्यावरण संरक्षक ट्रीमैन देवेंद्र सूरा ने कहा, “हमारा लक्ष्य हरित आवरण बढ़ाना और वायु गुणवत्ता में सुधार करना है। ऐसे अभियान पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरणा का काम करते हैं।” गोसेवक संत गोपालदास ने भी इस पहल को सराहा और कहा कि तेजी से हो रहे विकास के कारण घटते वन क्षेत्र की भरपाई ऐसे प्रयासों से ही संभव है।
कार्यक्रम में पूर्व जिलाध्यक्ष जसबीर दोदवा, जिला पार्षद संजय बड़वासनिया, तीर्थ राणा, परिमल कुमार और जुआं गांव के सरपंच विनोद सहित कई गांवों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सभी ने इस अभियान को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मिसाल बताया। हरियाणा सरकार और स्थानीय समुदाय पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। ऑक्सीजन बाग की यह पहल न केवल वायु प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य भी सुनिश्चित करेगी।

