Gurugram Metro Expansion: भोंडसी से रेलवे स्टेशन तक नई लाइन, जाम से मिलेगी बड़ी राहत
Gurugram Metro के दो नए कॉरिडोर को मंजूरी मिल गई है और अब भोंडसी से रेलवे स्टेशन और गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड रूट पर बनेगी नई मेट्रो लाइन। DPR प्रक्रिया शुरू हो गई है और आने वाले समय में ट्रैफिक जाम से राहत यहां के लोगों को मिलने वाली है।
- गुरुग्राम में मेट्रो नेटवर्क का अगला चरण
- भोंडसी से रेलवे स्टेशन तक सीधा कनेक्शन
- ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी पर फोकस
- ट्रैफिक स्टडी और डीपीआर की तैयारी
- इंटरचेंज से आसान होगा सफर
Gurugram Metro Expansion: दिल्ली–एनसीआर में रोज़ सफर करने वालों के लिए गुरुग्राम से एक राहत देने वाली तस्वीर उभर रही है। लंबे समय से ट्रैफिक जाम और सड़क पर बीतते घंटों से जूझ रहे शहर को अब मेट्रो नेटवर्क का बड़ा सहारा मिलने वाला है। गुरुग्राम में दो नए मेट्रो कॉरिडोर को सैद्धांतिक मंज़ूरी मिल चुकी है और इनके लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
हरियाणा मास रैपिड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के भीतर हुई उच्चस्तरीय बैठकों में इन दोनों कॉरिडोर को शहर की बदलती ज़रूरतों के हिसाब से अहम माना गया है। योजना सिर्फ नई लाइन बिछाने तक सीमित नहीं है बल्कि इसका मकसद उन इलाकों को राहत देना है जहां रोज़ सुबह-शाम गाड़ियों की लंबी कतारें आम बात बन चुकी हैं।
पहला प्रस्तावित कॉरिडोर भोंडसी से गुरुग्राम रेलवे स्टेशन तक जाएगा। करीब 17 किलोमीटर लंबे इस रूट में सुभाष चौक, राजीव चौक और सोहना चौक जैसे इलाके शामिल हैं। ये वही हिस्से हैं जहां दफ्तर के समय सड़कें अक्सर ठहर जाती हैं। मेट्रो पहुंचने से इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सीधे शहर के ट्रांजिट नेटवर्क से जुड़ने का विकल्प मिलेगा, जिससे निजी वाहनों पर निर्भरता कम हो सकती है।
दूसरा कॉरिडोर शहर की ईस्ट-वेस्ट कनेक्टिविटी को नई धार देने की कोशिश है। 13.6 किलोमीटर लंबा यह रूट गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड को मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के ज़रिए सेक्टर-5 से जोड़ेगा। इस हिस्से में तेज़ी से बढ़ती रिहायशी सोसायटियां और कमर्शियल हब हैं, जहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट की कमी लंबे समय से महसूस की जा रही थी।
इन परियोजनाओं को ज़मीन पर उतारने से पहले यात्री संख्या और ट्रैफिक पैटर्न का गहन अध्ययन किया जाएगा। अगले छह महीनों में ट्रैफिक स्टडी शुरू होने की तैयारी है, ताकि यह साफ़ हो सके कि किन रूट्स पर दबाव ज़्यादा है और मेट्रो से कितनी राहत मिल सकती है। इसी अध्ययन के आधार पर अंतिम डिजाइन और लागत तय होगी।
डीपीआर तैयार करने की जिम्मेदारी Rail India Technical and Economic Service को सौंपी गई है। टेंडर प्रक्रिया में वही एकमात्र बोलीदाता रहा और बोर्ड की मंजूरी के बाद उसे यह काम सौंपा गया। दोनों कॉरिडोर की रिपोर्ट तैयार करने के लिए 1.41 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है और छह महीने के भीतर काम पूरा करना होगा।
योजना का एक अहम पहलू मौजूदा मेट्रो नेटवर्क से सहज जुड़ाव है। भोंडसी–रेलवे स्टेशन कॉरिडोर को ओल्ड गुरुग्राम मेट्रो और दिल्ली मेट्रो से जोड़ा जाएगा, जबकि गोल्फ कोर्स एक्सटेंशन रोड–सेक्टर 5 रूट पर मिलेनियम सिटी सेंटर और सेक्टर-5 में इंटरचेंज स्टेशन प्रस्तावित हैं। इससे यात्रियों को लाइन बदलने में कम समय लगेगा और सफर ज्यादा सुगम होगा।
शहर के ट्रांसपोर्ट प्लानर्स का मानना है कि अगर यह नेटवर्क समय पर आकार लेता है तो गुरुग्राम की सड़कों पर दबाव घटेगा और रोज़ाना दिल्ली आने-जाने वालों के लिए मेट्रो एक भरोसेमंद विकल्प बन सकेगी।
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