हरियाणा में 9 दिसंबर से कड़क सर्दी की एंट्री! छह जिलों में येलो अलर्ट, तापमान तेजी से लुढ़कने की चेतावनी

Haryana News: हरियाणा में दिसंबर की दस्तक इस बार थोड़ी अनोखी है। ठंड ने जैसे रुककर कदम बढ़ाए हों—धीरे-धीरे, लेकिन लगातार। पश्चिमी विक्षोभ की हल्की सक्रियता ने सूबे के आसमान को बीते दो दिनों से धुंधले बादलों की चादर में ढक रखा है। सुबह और शाम की हल्की बादलवाई लोगों को यह अहसास तो करा ही रही है कि असली सर्दी अब आने वाली है, लेकिन मौसम विभाग की ताज़ा चेतावनी ने हालात को और गंभीर बना दिया है।

प्रदेश में 9 दिसंबर से तापमान में तेज गिरावट की भविष्यवाणी की गई है। विभाग के अनुसार उत्तर और उत्तर-पश्चिमी दिशा से आने वाली बर्फीली हवाएं हरियाणा में दो दिन तक जोर पकड़ेंगी। इन हवाओं का सीधा असर रात के पारे पर पड़ेगा, जिसके फिर से लुढ़कने की पूरी संभावना है।

चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले 24 घंटों में भले ही न्यूनतम तापमान में 1.4°C की हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई हो, लेकिन आखिरकार औसत तापमान अभी भी सामान्य से 2.3°C कम है। यानी मौसम सतह के ऊपर चाहे नरम दिखे, पर जमीन के पास ठंड की पकड़ मजबूत होती जा रही है।

प्रदेश के छह जिलों—सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी और नारनौल—के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इन इलाकों में बर्फीली हवा के झोंके लोगों की सुबहें और रातें दोनों ही ज्यादा सख्त बना सकते हैं। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे फसलों पर ठंड के असर को देखते हुए सिंचाई और सुरक्षा उपाय समय पर करें।

इस बीच, बारिश कहीं दर्ज नहीं हुई है, जिससे हवा की नमी में थोड़ी कमी आई है, लेकिन इससे ठंड का असर कम होने के बजाय और तेज महसूस होगा। विशेषज्ञ बताते हैं कि बिना बारिश के जब उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलती हैं, तो तापमान तेजी से नीचे जाता है और ठिठुरन बढ़ जाती है।

9 दिसंबर के बाद हरियाणा की ठंड एक नए दौर में प्रवेश कर सकती है—ऐसा दौर जहां सुबह की धुंध, कड़क हवाएं और कम तापमान मिलकर सर्दी को उसके चरम की तरफ ले जाएंगे।

इस श्रेणी की और खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें: हरियाणा

Related Stories