Haryana News: आज यानी 24 नवंबर 2025 को एक बड़ा ऐतिहासिक पल देखने को मिला, जब हिसार के पेटवाड़ गांव के सूर्यकांत ने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के तौर पर शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी, और माहौल में गर्व का माहौल था। सुप्रीम कोर्ट में आयोजित इस शानदार समारोह में सैन्य जवानों की मौजूदगी और तिरंगे की शोभा ने इसे और खास बना दिया।

दरअसल, सूर्यकांत का ये सफर कोई आम नहीं है। हिसार जिले से निकलकर उन्होंने जो मुकाम हासिल किया, वो हरियाणा के लिए फख्र की बात है। वो पहले ऐसे शख्स हैं जो इस राज्य से सीधे चीफ जस्टिस बने हैं। सोचिए, एक छोटे से गांव से शुरूआत कर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट तक का रास्ता तय किया। 1962 में जन्मे सूर्यकांत ने पढ़ाई-लिखाई में भी कमाल दिखाया था, खासकर कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से लॉ में टॉप किया था।
लंबी पारी का आगाज
शपथ लेने के बाद सूर्यकांत ने कागजों पर हस्ताक्षर किए, और पीछे खड़े लोग तालियां बजाते रहे। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि कैसे राष्ट्रपति शपथ पढ़वा रही थीं, और जस्टिस सूर्यकांत गंभीरता से अपनी नई जिम्मेदारी को स्वीकार कर रहे थे। समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े चेहरे मौजूद थे, जो इस मौके को और शाही बना रहे थे।

उनका करियर भी कम रोचक नहीं है। 2004 में पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में जज बने, फिर 2018 में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस की कुर्सी संभाली। 2019 में वो सुप्रीम कोर्ट पहुंचे, और अब टॉप पर हैं। उनके फैसलों में महिलाओं के हक और ग्रामीण लोकतंत्र जैसे मुद्दों पर भी ध्यान दिखा। एक बार तो उन्होंने एक महिला सरपंच को गलत तरीके से हटाए जाने के खिलाफ फैसला सुनाया था, जो खूब चर्चा में रहा।
हरियाणा में जश्न का माहौल
हरियाणा बीजेपी ने इस मौके पर सूर्यकांत को बधाई दी है। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जहां वो कागजों पर हस्ताक्षर करते दिख रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि ये हिसार के लिए गर्व का पल है। हालांकि, कुछ सवाल भी उठ रहे हैं—क्या ये नियुक्ति भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर भी असर डालेगी? खैर ये तो वक्त बताएगा।

अभी तो बस इतना कि सूर्यकांत की ये नई पारी शुरू हो चुकी है, और देश की न्याय व्यवस्था पर उनकी नजरें टिकी होंगी। समारोह की तस्वीरें देखकर लगता है ये दिन लंबे समय तक याद रखा जाएगा!

