हरियाणा पुलिस में बड़ा उलटफेर! नए साल पर 3 डीजीपी रैंक के अधिकारी रिटायर, यूपीएससी से तय होगा नया पुलिस प्रमुख

हरियाणा में 31 दिसंबर को तीन डीजीपी रैंक के अधिकारी सेवानिवृत्त होंगे। नए पुलिस प्रमुख के लिए यूपीएससी को पांच नामों का पैनल भेजा गया है। अजय सिंघल, आलोक मित्तल और एएस चावला आगे की दौड़ में हैं।

  • नए साल में हरियाणा पुलिस में बड़ा फेरबदल
  • 31 दिसंबर को तीन DGP रैंक अधिकारी रिटायर
  • नए पुलिस प्रमुख के लिए 5 नाम UPSC को भेजे
  • DGP चयन पर विवाद और सस्पेंस बरकरार

चंडीगढ़, 27 दिसम्बर (NFLSpice News): नए साल की पहली सुबह हरियाणा पुलिस के लिए बदलाव लेकर आने वाली है। 31 दिसंबर को तीन डीजीपी रैंक के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं और इसके साथ ही प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में बड़े पैमाने पर फेरबदल होने की तैयारी है।

कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह (1992 बैच), होमगार्ड और सिविल डिफेंस के कमांडेंट मोहम्मद अकील (1989 बैच) और जेल महानिदेशक आलोक राय (1991 बैच) अपने लंबे करियर को अलविदा कहने जा रहे हैं।

यूपीएससी के पास भेजा गया पांच नामों का पैनल

नए पुलिस प्रमुख के चयन के लिए हरियाणा सरकार ने संघ लोक सेवा आयोग को पांच आईपीएस अधिकारियों के नाम भेजे हैं। इस सूची में 1992 बैच के अजय सिंघल और 1993 बैच के आलोक मित्तल तथा एएस चावला सबसे आगे की दौड़ में बताए जा रहे हैं।

यूपीएससी अपनी बैठक के बाद तीन नामों की सिफारिश करेगा। इनमें से किसी एक को हरियाणा का नया पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया जाएगा।

पैनल में दो और दिग्गज नाम शामिल हैं। 1990 बैच के शत्रुजीत कपूर जो पहले ही दो साल तक पुलिस प्रमुख रह चुके हैं और 1991 बैच के एसके जैन भी इस दौड़ में हैं।

आत्महत्या मामले की छाया

हालांकि शत्रुजीत कपूर के नाम पर एक विवाद की छाया मंडरा रही है। आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है।

यूपीएससी ने इस मामले को लेकर सरकार से एफआईआर की विस्तृत जानकारी और कपूर के वेतनमान का ब्योरा मांगा है। पुलिस बल प्रमुख रहते हुए वे वेतनमान के 17वें स्तर पर थे।

दिलचस्प बात यह है कि चंडीगढ़ पुलिस ने अभी तक इस मामले में अदालत में आरोप पत्र दाखिल नहीं किया है। ऐसे में एफआईआर का दर्ज होना कपूर के पैनल में चुने जाने में बाधा नहीं बन सकता।

एसके जैन की संभावना कम

एसके जैन का पूरा सर्विस रिकॉर्ड यूपीएससी ने मांगा है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक उन्हें तीन नामों की अंतिम सूची में जगह मिलने की संभावना कम है।

कारण साफ है – वे पुलिस बल का नेतृत्व करने के लिए जरूरी मानदंडों को पूरा नहीं करते। यह एक तकनीकी पहलू है जो उनकी राह में रुकावट बन सकता है।

जिला स्तर पर भी होंगे बदलाव

शीर्ष स्तर पर होने वाले इन बदलावों के साथ ही कुछ जिलों के पुलिस अधीक्षकों का भी तबादला संभव है। नए साल की शुरुआत में प्रशासनिक फेरबदल का दौर चलने की उम्मीद है।

यह बदलाव सिर्फ पदों का हस्तांतरण नहीं होगा। बल्कि हरियाणा पुलिस की कार्यशैली और रणनीति पर भी इसका असर पड़ेगा।

2026 में पांच और होंगे रिटायर

नए साल में आगे और भी कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सेवानिवृत्त होने वाले हैं। 31 मई को एडीजीपी हरदीप सिंह दून और संयुक्त पुलिस आयुक्त राजेश दुग्गल रिटायर होंगे।

31 जुलाई को आईजी रैंक की डॉ राजश्री सिंह अपनी सेवाएं पूरी करेंगी। सितंबर के अंत में पुलिस महानिदेशक संजीव कुमार जैन और अक्टूबर में शत्रुजीत कपूर भी सेवानिवृत्त हो जाएंगे।

महत्वपूर्ण पदों की रिक्तियां

होमगार्ड और सिविल डिफेंस कमांडेंट तथा जेल महानिदेशक के पद भी जल्द ही खाली हो रहे हैं। इन महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों के लिए नई नियुक्तियां की जानी हैं।

सरकार के सामने चुनौती यह है कि इन पदों पर ऐसे अधिकारियों को लगाया जाए जो अनुभवी और कुशल हों। प्रदेश की कानून व्यवस्था और जेल प्रशासन दोनों ही संवेदनशील मामले हैं।

यूपीएससी की बैठक और उसके बाद आने वाली सिफारिशों का इंतजार अब पूरे प्रशासनिक तंत्र को है। अगले कुछ दिनों में तस्वीर साफ हो जाएगी कि कौन होगा हरियाणा का नया पुलिस प्रमुख।

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