चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने फसल नुकसान से जूझ रहे किसानों को राहत देने के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल शुरू करने का ऐलान किया है। यह पोर्टल 12 सितंबर 2025 तक 12 जिलों के 1400 से ज्यादा गांवों के किसानों के लिए उपलब्ध रहेगा। इस पहल से किसान अपनी 2025 की फसल क्षति का ब्योरा आसानी से दर्ज कर सकेंगे।
जिलों के लिए अलग-अलग लक्ष्य
इस योजना के तहत हर जिले में पंजीकरण के लिए खास लक्ष्य रखे गए हैं। यमुनानगर में 610, नूंह में 170, झज्जर में 260, कुरुक्षेत्र में 80, फतेहाबाद में 25, भिवानी में 40, पलवल में 55, रोहतक में 45, हिसार में 90, चरखी दादरी में 30, रेवाड़ी में 5 और सिरसा में 10 किसानों को पंजीकरण का लक्ष्य है। इससे हर प्रभावित किसान तक सहायता पहुंचेगी।
आसान ऑनलाइन प्रक्रिया
किसानों को अपनी फसल क्षति की जानकारी https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ पर अपलोड करनी होगी। इसके अलावा क्यूआर कोड स्कैन करके भी पंजीकरण किया जा सकता है। यह डिजिटल सुविधा किसानों का समय बचाएगी और प्रक्रिया को सरल बनाएगी।
सरकार की प्रतिबद्धता
मुख्यमंत्री का यह कदम दिखाता है कि सरकार प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों के साथ खड़ी है। किसानों से अपील है कि वे 12 सितंबर 2025 तक अपने दावे दर्ज कर लें। यह योजना किसानों को आर्थिक सहारा देने का एक मजबूत कदम है।

