चंडीगढ़, 15 अक्टूबर 2025 – हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी लाडो लक्ष्मी योजना, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है, अब फर्जीवाड़े की भेंट चढ़ने से बाल-बाल बची। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने खुलासा किया है कि योजना के मोबाइल ऐप ने सैकड़ों फर्जी आवेदनों को तुरंत पकड़ लिया, जिसमें 1000 से अधिक पुरुषों ने खुद को महिला बताकर पहली किस्त हासिल करने की कोशिश की। आधार सत्यापन और लाइव फोटो वेरिफिकेशन जैसी उन्नत तकनीकों ने धोखेबाजों की पोल खोल दी।
फर्जी आवेदनों की पूरी कहानी: आधार और लाइव फोटो ने खोली पोल
योजना के तहत पात्र महिलाओं को सालाना 21,000 रुपये की सहायता दी जाती है, जो मासिक किस्तों में बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर होती है। रजिस्ट्रेशन 25 सितंबर 2025 से शुरू हुआ और अब तक लाखों आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। लेकिन विभाग के अनुसार, कुछ शरारती तत्वों ने सिस्टम की कमजोरी तलाशने की कोशिश की।
- फर्जीवाड़े का तरीका: करीब 1,000 पुरुषों ने आधार कार्ड में नाम बदलवाकर या फर्जी दस्तावेजों से खुद को महिला घोषित किया। उनका इरादा पहली किस्त (लगभग 2,100 रुपये) हथियाने का था।
- तकनीकी पकड़: ऐप की रीयल-टाइम फ्रॉड डिटेक्शन सुविधा ने काम किया। आवेदन के अंतिम चरण में लाइव फोटो अपलोड अनिवार्य है, जिसमें सेल्फी के जरिए लिंग और पहचान की जांच होती है। आधार डेटाबेस से क्रॉस-वेरिफिकेशन ने असली जेंडर उजागर कर दिया।
- विभाग का बयान: सामाजिक न्याय विभाग के निदेशक ने कहा, “हमने हर आवेदन को मल्टी-लेयर चेकिंग से गुजार रहे हैं। कोई धोखेबाज बच नहीं पाएगा। फर्जी आवेदनों को रिजेक्ट कर कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है।”
यह घटना डिजिटल इंडिया की सुरक्षा जरूरतों को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जैसी तकनीकें भविष्य में ऐसी योजनाओं को और मजबूत बनाएंगी।
1500 असली महिलाओं की किस्त रुकी, जल्द होगी रिलीज
फर्जीवाड़े के बीच एक राहत भरी खबर यह है कि योजना की असली लाभार्थी प्रभावित नहीं होंगी। विभाग ने बताया कि करीब 1,500 पात्र महिलाओं के बैंक खाते पुराने या इनएक्टिव होने से पहली किस्त अटकी हुई है।
- समाधान: ये महिलाएं PPP (परिवार पहचान पत्र) पोर्टल या ऐप पर अपडेट कर सकती हैं। विभाग की टीम गांव-गांव जाकर सहायता प्रदान कर रही है।
- समयसीमा: अगले 15 दिनों में सभी अटकी किस्तें रिलीज हो जाएंगी। योजना का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे की बेटियों (आयु 0-18 वर्ष) को शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए सशक्त बनाना है।
महाराष्ट्र की लाडली बहना योजना से सबक: हरियाणा ने अपनाई सतर्कता
हरियाणा ने योजना डिजाइन करते समय पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र की गलतियों से सीख ली। महाराष्ट्र की लाडली बहना योजना में 2023-24 में 13,000 से अधिक पुरुषों ने फर्जी तरीके से आवेदन कर 24 करोड़ रुपये की राशि हड़प ली थी। वहां सत्यापन प्रक्रिया ढीली होने से धोखा हुआ।
- हरियाणा का अपग्रेड:
- रीयल-टाइम आधार लिंकिंग।
- AI-बेस्ड फेस रिकग्निशन लाइव फोटो में।
- PPP डेटाबेस से ऑटोमैटिक एलिजिबिलिटी चेक।
- परिणाम: अभी तक कोई राशि गलत हाथों में नहीं गई। विभाग ने दावा किया कि यह देश की सबसे सुरक्षित महिला सशक्तिकरण योजनाओं में से एक है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में लिंग अनुपात सुधारने के लिए ऐसी योजनाएं जरूरी हैं। 2021 की जनगणना में राज्य का सेक्स रेशियो 879 था, जो राष्ट्रीय औसत से कम है। लाडो लक्ष्मी जैसी स्कीम बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को मजबूती दे रही हैं।
योजना की पात्रता और आवेदन प्रक्रिया: ईमानदारी से करें अप्लाई
- पात्रता: परिवार की वार्षिक आय 1.80 लाख रुपये से कम, हरियाणा का स्थायी निवासी, बेटी की आयु 0-18 वर्ष।
- आवेदन: ‘Lado Laxmi’ ऐप डाउनलोड करें (Google Play Store/Apple App Store)। PPP ID, आधार, बैंक डिटेल्स और लाइव फोटो अपलोड करें।
- हेल्पलाइन: 1800-200-0021 या नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र।
- अंतिम तिथि: अभी कोई फिक्स्ड डेडलाइन नहीं, लेकिन जल्द अप्लाई करें।
यह घटना साबित करती है कि तकनीक धोखेबाजों पर भारी पड़ रही है। सरकार योजना को और पारदर्शी बनाने के लिए ब्लॉकचेन-बेस्ड ट्रैकिंग पर विचार कर रही है। यदि आप पात्र हैं, तो ईमानदारी से आवेदन करें – ऐप सब संभाल लेगा!
(स्रोत: हरियाणा सामाजिक न्याय विभाग प्रेस रिलीज, PPP पोर्टल डेटा, महाराष्ट्र सरकार रिपोर्ट 2024। सभी तथ्य सत्यापित।)

