राजनाथ सिंह की गाड़ी छूटने से मंत्री अनिल विज सड़क पर हाथ हिलाते रह गए, फिर जिंदल की गाड़ी में पहुंचे कुरुक्षेत्र

Rajveer Singh
राजनाथ सिंह की गाड़ी छूटने से मंत्री अनिल विज सड़क पर हाथ हिलाते रह गए, फिर जिंदल की गाड़ी में पहुंचे कुरुक्षेत्र

कुरुक्षेत्र। अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के उद्घाटन में पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की चमचमाती गाड़ी का काफिला जैसे ही ब्रह्म सरोवर से रवाना हुआ, हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज सड़क किनारे हाथ हिला-हिलाकर कुछ कहते रह गए। गाड़ियां रुकी नहीं। थोड़ी देर तक तो विज वहीं खड़े रहे, फिर पास से गुजर रही सांसद नवीन जिंदल की गाड़ी को किसी तरह रुकवाया और उसमें सवार होकर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय पहुंचे।

पहले साथ आए, लौटते वक्त रह गए पीछे

बताया जा रहा है कि कार्यक्रम में आने के वक्त अनिल विज राजनाथ सिंह के साथ ही थे। दोनों की बातचीत भी हुई। लेकिन लौटते समय प्रोटोकॉल की भागदौड़ में मंत्री जी काफिले से छूट गए। वीवीआईपी मूवमेंट में एक पल की देरी भी भारी पड़ जाती है। हुआ वही।

कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि विज ने पहले तो खुद हाथ दिखाया, फिर उनके स्टाफ ने दौड़कर काफिले को रुकवाने की कोशिश की, मगर तब तक राजनाथ सिंह की गाड़ी काफी आगे निकल चुकी थी। आखिरकार नवीन जिंदल की गाड़ी रुकी और विज साहब उसमें सवार हो लिए।

मामला छोटा, चर्चा बड़ी

सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कोई इसे प्रोटोकॉल की खामी बता रहा है तो कोई मजाक उड़ा रहा। विपक्षी नेता भी चुटकी लेने से नहीं चूक रहे। हालांकि अनिल विज ने खुद इस पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है।

कल आएंगे पीएम मोदी

वैसे कार्यक्रम की असली रौनक तो कल यानी 25 नवंबर को देखने को मिलेगी। ज्योतिसर में श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें प्रकाश पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आ रहे हैं। वहां 155 एकड़ में भव्य पंडाल तैयार हुआ है। प्रशासन का दावा है कि डेढ़ लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर दिए गए हैं।

फिलहाल आज का यह छोटा-सा वाकया गीता महोत्सव की सुर्खियों में जरूर छा गया।

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राजवीर सिंह एक पेशेवर कंटेंट राइटर हैं, जिन्हें पत्रकारिता का अनुभव है और स्थानीय, सामुदायिक और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं की गहरी समझ रखते हैं। वे अपने ज्ञान का उपयोग न केवल अपनी शैक्षणिक पृष्ठभूमि, बल्कि अपनी प्रत्यक्ष समझ के आधार पर जानकारीपूर्ण लेख लिखने में करते हैं। वे केवल सूचना देने के लिए नहीं, बल्कि आवाज़ उठाने के लिए भी लिखते हैं।