नारनौल में मंगलामुखी गुटों की तनातनी फिर भड़की, तोताहेड़ी-सिलारपुर मार्ग पर भिड़ंत; 13 गिरफ्तार, दो वाहन जब्त

नारनौल में मंगलामुखी समाज के दो गुटों में क्षेत्राधिकार को लेकर भिड़ंत हो गई। तोताहेड़ी-सिलारपुर मार्ग पर मारपीट के बाद पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार कर दो वाहन जब्त किए। दोनों पक्षों पर एफआईआर दर्ज, सोशल मीडिया पर भी नजर।

  • नारनौल में मंगलामुखी गुटों के बीच क्षेत्राधिकार को लेकर झड़प
  • मारपीट में 13 गिरफ्तार, दो वाहन जब्त
  • पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह रोकने के लिए कड़ी निगरानी शुरू की

नारनौल (NFLSpice News): नारनौल में मंगलामुखी समाज के दो गुटों के बीच चल रहा पुराना विवाद एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। तोताहेड़ी-सिलारपुर के पास क्षेत्राधिकार को लेकर हुई कहासुनी अचानक मारपीट में बदल गई। इस झड़प के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गई, हालांकि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से हालात काबू में हैं।

अटेली गुट का आरोप है कि वे नांगल चौधरी क्षेत्र में पारंपरिक तौर पर बधाई लेने पहुंचे थे। इस दौरान नारनौल गुट को खबर लगी तो वे भी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर दखलंदाजी के आरोप लगाए।

स्थानीय लोगों के अनुसार यह विवाद नया नहीं है बल्कि पिछले कुछ समय से अलग-अलग क्षेत्रों में अधिकार को लेकर तनातनी बनी हुई थी।

मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने स्थिति को नियंत्रित किया। डीएसपी भारत भूषण ने बताया कि दोनों गुटों के 13 लोगों को हिरासत में लिया गया और दो वाहनों को जब्त किया गया है। बाद में कानूनी प्रक्रिया के तहत कई को छोड़ भी दिया गया।

अधिकारियों ने साफ किया कि मामले में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पुलिस ने दोनों गुटों की शिकायतों के आधार पर एफआईआर दर्ज कर दी है।

शिकायत में नारनौल गुट की ओर से महक, टिवंक्ल, टीना और अन्य के नाम शामिल हैं, वहीं अटेली गुट से मनीषा, पूजा, नीरज समेत कई अन्य को आरोपों में घेरा गया है। यह मामला अब जांच के दायरे में है और पुलिस दोनों पक्षों से पूछताछ कर रही है ताकि विवाद की असल वजह स्पष्ट हो सके।

इस घटना के बाद पुलिस ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ अलर्ट जारी कर दिया है। डीएसपी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक रंग देने, गलत जानकारी फैलाने या विवाद बढ़ाने की कोशिश करेगा तो तत्काल कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की है।

घटना के बाद इलाके के लोगों में सवाल है कि इस विवाद का समाधान आखिर कब होगा। कई नागरिकों का मानना है कि दोनों गुटों के बीच स्पष्ट सीमांकन या समझौता न होने से ऐसे घटनाक्रम बार-बार सामने आते हैं। फिलहाल पुलिस की मौजूदगी और लगातार निगरानी से माहौल नियंत्रित है, लेकिन स्थायी समाधान की मांग तेज हो गई है।

इस श्रेणी की और खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें: हरियाणा

Related Stories