बहादुरगढ़। रविवार शाम करीब छह बजे जैसे ही असौदा मोड़ के पास सोनीपत से रोहतक जा रही एक प्राइवेट यात्री बस पहुंची, अचानक डगमगाई और सड़क किनारे जा पलटी। बस में उस वक्त करीब साठ लोग सवार थे। चीख-पुकार मच गई। जो राहगीर वहां थे, उन्होंने फौरन पुलिस को खबर की और बस के भीतर फंसे लोगों को बाहर निकालने लगे।
हादसे में पच्चीस से ज्यादा यात्री चोटिल हो गए। कुछ को तो बहादुरगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद कई को घर भेज दिया, लेकिन जिनकी हालत गंभीर थी, उन्हें रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। घायलों में मीनाक्षी, रमेश, ज्योति, कप्तान, हर्ष, सुरेश, कृष्ण, वंश, प्रतीक, बलराम, अशोक, बालकिशन, कांता, सुरेंद्र, रवि, बाबूराम, शीला, सुभाष, संतोष समेत कई नाम शामिल हैं।
बस पलटते ही दिल्ली-रोहतक नेशनल हाईवे पर दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। कतारें इतनी लंबी हो गईं कि लोग घंटों फंसे रहे। असौदा थाना पुलिस मौके पर पहुंची, क्रेन मंगवाई और किसी तरह रास्ता खुलवाया।
अस्पताल में भर्ती यात्रियों का गुस्सा साफ दिख रहा था। एक महिला यात्री ने जो बताया, वो सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उसने कहा, “ड्राइवर पूरा रास्ता लापरवाही से चला रहा था। कई बार चिल्लाए, ब्रेक मारो, धीरे चलाओ, पर उसने किसी की एक न सुनी। बस जैसे-तैसे दौड़ रही थी।” बाकी लोग भी यही बात दोहरा रहे थे कि चालक पर कोई कंट्रोल नहीं था।
पुलिस वालों ने घायलों के बयान ले लिए हैं। एक अधिकारी ने बताया, “प्रथम दृष्टया ड्राइवर का बस पर कंट्रोल नहीं रहा, इसी वजह से हादसा हुआ। जांच चल रही है। अगर लापरवाही साबित हुई तो ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
यात्रियों ने तो साफ मांग कर दी है कि इस रूट पर जो प्राइवेट बसें चल रही हैं, उनकी फिटनेस चेक हो, ड्राइवरों की जांच हो, वरना ऐसे हादसे होते रहेंगे। फिलहाल बस जब्त कर ली गई है और मामला दर्ज हो चुका है।
