रेवाड़ी: SDO बनकर खाद व्यापारी से 2.25 लाख की ठगी, पुलिस ने पकड़ा आरोपी और बरामद किए 2 लाख
रेवाड़ी में कृषि विभाग के SDO बनकर एक शख्स ने खाद व्यापारी से 2.25 लाख रुपये की ठगी की। पुलिस ने गांव चिल्हड़ निवासी नरसिंह को गिरफ्तार कर 2 लाख रुपये बरामद किए। अक्टूबर में हुई इस ठगी में आरोपी ने ड्राइवर भेजकर दो बार पैसे लिए थे।
- SDO बनकर की 2.25 लाख की ठगी
- दो बार में ऐंठे थे पैसे
- पुलिस ने बरामद किए 2 लाख रुपये
- ड्राइवर बनकर लेता था पैसे
Rewari News: रेवाड़ी पुलिस ने एक ठगी के मामले में अहम सफलता हासिल की है। कृषि विभाग के अधिकारी होने का झूठा दावा करके एक शख्स ने खाद-बीज विक्रेता से मोटी रकम ऐंठ ली थी। अब पुलिस ने आरोपी को धर-दबोचा है और ठगी की रकम का बड़ा हिस्सा भी बरामद कर लिया है।
चिल्हड़ निवासी नरसिंह गिरफ्तार पुलिस ने गांव चिल्हड़ के रहने वाले नरसिंह उर्फ नरेश को मंगलवार को गिरफ्तार किया। यह वही शख्स है जिस पर खाद व्यापारी से करीब 2.25 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है।
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 2 लाख रुपये बरामद किए हैं। यह वही पैसा है जो उसने पीड़ित से हथिया लिया था। आरोपी के खिलाफ थाना सदर रेवाड़ी में ठगी का मामला दर्ज किया गया था, जिसकी जांच के बाद यह कार्रवाई की गई।
कैसे हुई ठगी की शुरुआत
गुरुग्राम जिले के गांव मिलकपुर में रहने वाले ईश्वर सिंह गांव चिल्हड़ बस स्टैंड पर खाद-बीज की दुकान चलाते हैं। अक्टूबर महीने में अचानक उनके पास एक फोन आया। फोन करने वाले ने खुद को कृषि विभाग का एसडीओ (उप-मंडल अधिकारी) बताया। उसने कहा कि वह अपना ड्राइवर भेज रहा है और ईश्वर सिंह को उसे 25 हजार रुपये देने होंगे।
अधिकारी होने का दावा करने वाले व्यक्ति ने आश्वासन दिया कि इसके बदले में वह दुकान पर खाद भिजवा देगा। सरकारी अधिकारी समझकर ईश्वर सिंह ने विश्वास कर लिया।
ड्राइवर के नाम पर दिए पैसे
कुछ समय बाद एक व्यक्ति ईश्वर सिंह की दुकान पर पहुंचा। उसने खुद को एसडीओ का ड्राइवर बताया और 25 हजार रुपये मांगे। ईश्वर सिंह ने बिना किसी शक के उसे पैसे दे दिए। उन्हें लगा कि यह कोई सरकारी लेनदेन है और जल्द ही उन्हें खाद मिल जाएगा। लेकिन यह तो सिर्फ शुरुआत थी। आरोपी ने इसे अपनी साजिश का पहला कदम बनाया था।
पहली बार के पैसे देने के कुछ समय बाद 25 अक्टूबर को फिर वही नंबर से फोन आया। इस बार कॉल करने वाले ने 2 लाख रुपये की मांग रखी।
उसने कहा कि यह रकम भी खाद के लिए चाहिए और जल्द ही माल भेज दिया जाएगा। ईश्वर सिंह ने फिर से वही तथाकथित ड्राइवर को 2 लाख रुपये सौंप दिए। अब तक वह कुल 2.25 लाख रुपये दे चुके थे। लेकिन उनकी दुकान पर खाद की एक बोरी भी नहीं पहुंची।
जब खुली पोल तो लगाया पता
जब कई दिन बीत गए और खाद नहीं आया, तो ईश्वर सिंह को शक हुआ। उन्होंने खुद ही उस फोन नंबर की जांच-पड़ताल शुरू की। अपने स्तर पर पता लगाने पर उन्हें पता चला कि यह नंबर गांव चिल्हड़ के नरसिंह उर्फ नरेश के नाम पर है। यह कोई सरकारी अधिकारी नहीं बल्कि एक ठग था।
फिर क्या था, ईश्वर सिंह ने तुरंत थाना सदर रेवाड़ी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी।
शिकायत मिलने के बाद रेवाड़ी पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की। सबूतों और फोन रिकॉर्ड की पड़ताल करके आरोपी तक पहुंचने की कोशिश की गई।
जांच में यह साफ हो गया कि नरसिंह ही इस ठगी के पीछे का मास्टरमाइंड है। मंगलवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में आरोपी ने ठगी की बात कबूल की। उसके पास से 2 लाख रुपये भी बरामद किए गए।
ऐसे चलता है झांसा देने का खेल
आजकल ठगों के तरीके काफी चालाकी भरे हो गए हैं। वे लोगों को सरकारी अधिकारी बताकर उनका विश्वास जीत लेते हैं।
ग्रामीण इलाकों में खासकर व्यापारी अक्सर सरकारी विभागों के साथ काम करते हैं। ठग इसी का फायदा उठाते हैं और अधिकारियों के नाम पर पैसे मांगते हैं।
इस मामले में भी आरोपी ने कृषि विभाग के एसडीओ होने का नाटक किया। खाद-बीज का व्यापार करने वाले ईश्वर सिंह को लगा कि यह कोई असली सौदा है।
पुलिस जांच जारी
फिलहाल आरोपी नरसिंह पुलिस हिरासत में है। उससे और पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि क्या इस ठगी में कोई और भी शामिल था। जो व्यक्ति ड्राइवर बनकर पैसे लेने आता था, उसकी भी तलाश की जा रही है।
साथ ही यह भी जांचा जा रहा है कि आरोपी ने इससे पहले भी किसी और के साथ ऐसा धोखा किया है या नहीं। अगले कुछ दिनों में इस मामले में और खुलासे हो सकते हैं।
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