शिक्षिका मनीषा मौत मामले में सीबीआई की ताबड़तोड़ जांच, नर्सिंग कॉलेज पर सवाल, रात तक चली जांच
भिवानी। शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई ने जांच तेज कर दी है। शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने सिंघानी गांव में घटनास्थल पर पहुंचकर सीन रिक्रिएट किया। उनके साथ सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब की 15 सदस्यीय टीम ने ढाई घंटे तक मौके पर सबूत जुटाए। इस दौरान निलंबित महिला पुलिसकर्मी शकुंतला, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन और उनके साझेदार ईश्वर से पूछताछ की गई। सभी से 13 अगस्त की घटना के बारे में दोबारा सवाल-जवाब हुए।

नर्सिंग कॉलेज पर सवाल, रात तक चली जांच
सीबीआई ने गुरुवार देर रात तक नर्सिंग कॉलेज में भी जांच की। मनीषा के पिता संजय कुमार का दावा है कि उनकी बेटी नर्सिंग कोर्स की जानकारी लेने के लिए कॉलेज गई थी। वह अक्सर कॉलेज के पास से ही बस पकड़कर घर लौटती थी। संजय कॉलेज की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं जिसे सीबीआई गंभीरता से जांच रही है। कॉलेज परिसर की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी की गई।
क्या है पूरा मामला?
मनीषा जो ढाणी लक्ष्मण की रहने वाली थी और एक प्ले स्कूल में शिक्षिका थी 11 अगस्त को स्कूल गई लेकिन घर नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी तलाश की और पुलिस में शिकायत दर्ज की। 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज हुआ। अगले दिन 13 अगस्त को उसका शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देखकर परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया।
पहले नागरिक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम हुआ लेकिन परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद पीजीआई रोहतक में दोबारा पोस्टमॉर्टम हुआ जिसमें शरीर में जहरीले पदार्थ की पुष्टि हुई। परिजनों ने एम्स दिल्ली में तीसरा पोस्टमॉर्टम और सीबीआई जांच की मांग की जिसे सरकार ने मान लिया। 21 अगस्त को मनीषा का अंतिम संस्कार गांव में हुआ।
सीबीआई की अब तक की कार्रवाई
3 सितंबर को इंस्पेक्टर विवेक के नेतृत्व में सीबीआई की टीम भिवानी पहुंची। पिछले आठ दिनों में मनीषा के पिता, प्ले स्कूल संचालक, खाद-बीज विक्रेता देवेंद्र और बकरी पालक सतपाल से पूछताछ हो चुकी है। टीम हर पहलू को खंगाल रही है ताकि इस रहस्यमयी मौत की गुत्थी सुलझ सके। परिजनों का कहना है कि वह सच सामने आने तक चैन से नहीं बैठेंगे।