दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। मंगलवार रात से राजधानी में बड़े वाणिज्यिक वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इसका असर दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर साफ देखने को मिला, जहां धारूहेड़ा के पास सुबह से ही ट्रकों और भारी वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
हाईवे पर जाम ने बढ़ाई परेशानी
वाहनों की सघन जांच और एंट्री पर रोक के कारण दिल्ली-जयपुर हाईवे पर ट्रैफिक की रफ्तार थम सी गई। धारूहेड़ा और आसपास के इलाकों में सुबह से शाम तक 8 से 10 किलोमीटर लंबा जाम देखने को मिला। जाम में फंसे यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। स्थानीय लोग भी सर्विस लेन और आंतरिक सड़कों पर भारी भीड़ से परेशान रहे। गांवों की सड़कों पर भी वाहनों का दबाव बढ़ गया, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ।
कंपनियों पर भी पड़ा असर
हाईवे पर जाम के कारण कई कंपनियों के कर्मचारियों को ले जाने वाली बसें देरी से पहुंचीं। कच्चा माल समय पर न पहुंचने से कई फैक्ट्रियों में उत्पादन भी बाधित हुआ। मालवाहक वाहनों की लंबी कतारों ने कंपनियों की सप्लाई चेन को भी प्रभावित किया।
पुलिस ने बताई वजह
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि 15 अगस्त को दिल्ली में होने वाले मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए यह कदम सुरक्षा के लिहाज से उठाया गया है। भारी वाहनों को वैकल्पिक रास्तों पर डायवर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, सुबह के समय वाहनों की भारी संख्या के कारण हाईवे पर दबाव बढ़ गया।
रेवाड़ी-जैसलमेर हाईवे पर भी जाम
दिल्ली और गुरुग्राम की ओर जाने वाले भारी वाहनों की एंट्री बंद होने से ट्रैफिक को रेवाड़ी-जैसलमेर हाईवे की ओर मोड़ा गया। इससे कुंड से काठूवास तक करीब पांच किलोमीटर के इलाके में दिनभर जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस ने बताया कि 12 अगस्त शाम 5 बजे से 15 अगस्त दोपहर 1:30 बजे तक दिल्ली-गुरुग्राम रूट पर भारी वाहनों की आवाजाही पर पूरी तरह रोक रहेगी।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने ड्राइवरों से अनावश्यक यात्रा से बचने और रूट की जानकारी लेकर ही निकलने की अपील की है। साथ ही लोगों से धैर्य बनाए रखने और वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने का अनुरोध किया गया है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए उठाए गए इन कदमों ने यातायात व्यवस्था पर बड़ा असर डाला है। प्रशासन और पुलिस मिलकर स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन यात्रियों और ड्राइवरों को अभी कुछ और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
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