वीर बाल दिवस: राष्ट्रपति मुर्मू ने 20 बच्चों को सम्मानित किया, वैभव सूर्यवंशी और श्रवण सिंह को मिला पुरस्कार
वीर बाल दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 20 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार दिया। क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी और सैनिकों की सेवा करने वाले श्रवण सिंह सहित 18 राज्यों के बच्चों को सम्मानित किया गया। PM मोदी ने कहा कि आज के बच्चे विकसित भारत की नींव हैं।
- वीर बाल दिवस पर 20 बच्चों को राष्ट्रीय सम्मान
- राष्ट्रपति ने दिए प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार
- 14 साल के क्रिकेटर वैभव को बड़ी पहचान
- PM मोदी बोले– देश का भविष्य Gen Z के हाथ
Veer Bal Diwas: वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को देशभर के 20 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। ये बच्चे 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से चुने गए थे, जिन्होंने वीरता, समाज सेवा, खेल, नवाचार और प्रेरणादायक कार्य के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है।
नई दिल्ली में आयोजित इस पुरस्कार समारोह में पुरस्कार विजेताओं और उनके परिवारों की उपस्थिति रही। समारोह में देश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रतिभाशाली बच्चों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी को मिला सम्मान
इस वर्ष के पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में 14 वर्षीय उभरते क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी भी शामिल हैं। वह इस समय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दिल्ली में हैं और इसी कारण से वह मणिपुर के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के मैच में नहीं खेल सके।
वैभव को खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण प्रदर्शन और अनुशासन के लिए सम्मानित किया गया। युवा क्रिकेटर ने अपनी प्रतिभा से क्रिकेट जगत में अपनी विशेष पहचान बनाई है।
ऑपरेशन सिंदूर में सैनिकों की सेवा करने वाले श्रवण को पुरस्कार
पुरस्कार विजेताओं की सूची में पंजाब के फिरोजपुर के श्रवण सिंह का नाम भी शामिल है। श्रवण ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमा पर तैनात सैनिकों को चाय और नाश्ता परोसकर उल्लेखनीय साहस और समर्पण का प्रदर्शन किया।
उनकी निस्वार्थ सेवा और प्रतिबद्धता की व्यापक सराहना हुई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें प्रतिष्ठित राष्ट्रीय मान्यता मिली। श्रवण की यह पहल दर्शाती है कि देशभक्ति की कोई उम्र नहीं होती।
दो बच्चों को मरणोपरांत सम्मान
इस वर्ष दो बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से मरणोपरांत सम्मानित किया गया। इनमें तमिलनाडु की ब्योमा और बिहार के कमलेश कुमार शामिल हैं। दोनों को उनके साहसिक और प्रेरणादायक कार्यों के लिए मान्यता दी गई।
राष्ट्रपति से उनके माता-पिता ने उनकी ओर से पुरस्कार प्राप्त किए। यह पल भावुक था जब परिवार के सदस्यों ने अपने बच्चों के नाम यह सम्मान स्वीकार किया।
PM मोदी ने बच्चों से की बातचीत
पुरस्कार समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुरस्कार विजेता बच्चों से मुलाकात की और उनके साथ बातचीत की। बच्चों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जेन जेड और जेन अल्फा विकसित भारत के दृष्टिकोण को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के बच्चे नए विचारों, नवाचार और संवेदनशीलता के साथ आगे बढ़ रहे हैं। ये गुण देश के भविष्य को आकार देने के लिए आवश्यक हैं।
विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता
पुरस्कार प्राप्त करने वाले 20 बच्चों ने अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कुछ ने खेल में, तो कुछ ने समाज सेवा में अपना योगदान दिया है। कुछ बच्चों ने नवाचार के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम किया है।
इन बच्चों की उपलब्धियां देश के अन्य बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। वे साबित करते हैं कि कम उम्र में भी बड़े काम किए जा सकते हैं।
वीर बाल दिवस का महत्व
वीर बाल दिवस हर साल 26 दिसंबर को दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के चार पुत्रों की शहादत की याद में मनाया जाता है। गुरु गोबिंद सिंह के चार पुत्र – अजीत सिंह, जुझार सिंह, जोरावर सिंह और फतेह सिंह साहिबजादे के रूप में सम्मानपूर्वक जाने जाते हैं।
26 दिसंबर 1705 को मुगल सेना ने सभी चार साहिबजादों को शहीद कर दिया था। उनके सर्वोच्च बलिदान और वीरता के सम्मान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 में घोषणा की थी कि 26 दिसंबर को हर साल वीर बाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा।
युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा
यह पुरस्कार समारोह न केवल बच्चों की उपलब्धियों को मान्यता देता है बल्कि अन्य बच्चों को भी अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रेरित करता है। राष्ट्रपति द्वारा दिए गए ये पुरस्कार देश के भविष्य के निर्माताओं का सम्मान हैं।
साहिबजादों की शहादत की याद में मनाए जाने वाले इस दिन पर आज की युवा पीढ़ी को सम्मानित करना एक सार्थक पहल है। यह दिन बच्चों को साहस, समर्पण और देशभक्ति के मूल्यों से जोड़ता है।
इस श्रेणी की और खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें: भारत



