भारतीय डाक विभाग ने अमेरिका जाने वाली सभी डाक सेवाओं पर अस्थायी रोक लगा दी है। इसका कारण है अमेरिकी सीमा शुल्क नियमों में अस्पष्टता। चाहे वह छोटा-सा पत्र हो, उपहार हो या कोई दस्तावेज सभी तरह की डाक बुकिंग पर यह रोक लागू है। इसलिए अगर आप भी डाक के जरिये अमेरिका में अपने किसी चाहने वाले को चिट्ठी लिख रहे है या फिर आपने चिट्ठी भेजी है और पहुंची नहीं है तो आपको इस खबर को जरूर पढ़ना चाहिए।
नए नियमों ने बढ़ाई मुश्किल
पहले 100 अमेरिकी डॉलर से ज्यादा कीमत वाले उपहारों पर डाक सेवा बंद की गई थी। लेकिन अब यह रोक हर तरह की डाक पर लागू हो गई है। डाक विभाग के मुताबिक 22 अगस्त, 2025 को यह फैसला लिया गया क्योंकि अमेरिका जाने वाली डाक के लिए वाहक उपलब्ध नहीं हैं। साथ ही अमेरिकी सीमा शुल्क नियमों में स्पष्ट दिशा-निर्देशों का अभाव है। इसलिए भारत के डाक विभाग की तरफ से ये फैसला लिया गया है और तत्काल प्रभाव से अमेरिका के लिए सभी प्रकार की डाक सेवाओं को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है।

ग्राहकों के लिए राहत
अगर आपने पहले डाक भेजी थी या फिर कोई भी तोहफा डाक के जरिये भेजा था और वह अमेरिका नहीं पहुंच पाया है तो चिंता न करें। डाक विभाग ने कहा है कि ग्राहक अपने डाक शुल्क की वापसी के लिए दावा कर सकते हैं। विभाग स्थिति पर नजर रख रहा है और जल्द से जल्द सेवाएं शुरू करने की कोशिश में जुटा है।
कब से लागू हुआ नियम?
30 जुलाई, 2025 को अमेरिकी प्रशासन ने आदेश जारी किया था कि 29 अगस्त से 100 डॉलर से अधिक मूल्य वाले सामान पर सीमा शुल्क लागू होगा। इसके बाद हवाई कंपनियों ने डाक खेप लेने से मना कर दिया जिसके चलते यह रोक लगानी पड़ी। मौजूदा समय में भी ये नियम लागू है और आने वाले कितने समय तक ये नियम लागू रहने वाला है इसको लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
क्या करें ग्राहक?
डाक विभाग ने सलाह दी है कि ग्राहक फिलहाल अमेरिका के लिए डाक बुकिंग से बचें। नियमों में स्पष्टता आने के बाद सेवाएं फिर से शुरू होंगी। तब तक डाक विभाग की वेबसाइट या स्थानीय डाकघर से अपडेट लेते रहें। जैसे ही सेवा शुरू की जायेगी तो आधिकारिक वेबसाइट के जरिये ग्राहकों को इसकी जानकारी दी जायेगी और फिर सभी ग्राहक अपनी डाक अमेरिका में भेज पाएंगे।
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