पंजाब (एनएफएल स्पाइस) – पंजाब में नशा तस्करी के नेटवर्क को जड़ से तोड़ने की मिशन-स्तरीय मुहिम के बीच अमृतसर में काउंटर इंटेलिजेंस टीम ने एक बड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। यह मॉड्यूल विदेश में बैठे तस्करों के इशारों पर काम कर रहा था और पुलिस के अनुसार इसकी पकड़ टूटना आने वाले समय में कई और कड़ियों को उजागर कर सकता है। डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) गौरव यादव ने रविवार को इसकी पुष्टि की।
अभियान के दौरान चार लोगों—युवराज सिंह, वरिंदर सिंह, जगरूप सिंह और जुगराज सिंह को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से चार किलो हेरोइन, 3.90 लाख रुपये की ड्रग मनी और एक .32 बोर पिस्टल समेत कारतूस बरामद किए गए। पुलिस ने काले रंग की मोटरसाइकिल और सफेद एक्टिवा भी जब्त कर ली है जिनका इस्तेमाल ये लोग कंसाइनमेंट की डिलीवरी में कर रहे थे।
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सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन की शुरुआत तब हुई जब काउंटर इंटेलिजेंस अमृतसर को पक्का इनपुट मिला कि विदेश में रह रहा हैंडलर लखविंदर सिंह उर्फ बाबा लक्खा, अपने स्थानीय साथियों—युवराज और वरिंदर के जरिए अजनाला सेक्टर में एक बड़ी खेप उतरवा चुका है। इनपुट में यह भी सामने आया कि यह खेप अमृतसर में मोर्चा साहिब गुरुद्वारे के पास संदिग्ध जगरूप सिंह को सौंपे जाने वाली थी।
जैसे ही सूचना की पुष्टि हुई पुलिस टीमों ने इलाके में जाल बिछाया और मौके पर पहुंचते ही तीन आरोपियों को दबोच लिया। बरामद हेरोइन और हथियार यह संकेत देते हैं कि मॉड्यूल सिर्फ तस्करी ही नहीं बल्कि सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी से बचने के लिए हथियारबंद होकर काम कर रहा था।
पूछताछ में एक चौंकाने वाला एंगल तब सामने आया जब जगरूप ने माना कि वह मुक्तसर साहिब की सेंट्रल जेल में बंद दया सिंह उर्फ प्रीत सेखों के निर्देशों पर चल रहा था। यानी जेल के भीतर से ही नेटवर्क को कंट्रोल किया जा रहा था। पुलिस के लिए यह खुलासा बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह पंजाब में जेल-आधारित गैंग ऑपरेशन को लेकर नई चिंताएं खड़ी करता है।
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आगे की पूछताछ में युवराज और वरिंदर ने अपने एक और साथी जुगराज सिंह का नाम बताया। उसे अमृतसर शहर से गिरफ्तार किया गया और उसके पास से 3.90 लाख रुपये की ड्रग मनी मिली। यह रकम इस बात का सीधा संकेत है कि खेप न सिर्फ तैयार थी, बल्कि मार्केट तक पहुंचने ही वाली थी।
DGP गौरव यादव ने कहा कि यह कार्रवाई नशा मॉड्यूल के कई छिपे हुए तारों तक पहुंचने में मदद करेगी। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क के विदेशी कनेक्शन, सप्लाई रूट और जेल के भीतर से हो रहे संचालन की जांच में जुट चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में और महत्वपूर्ण गिरफ्तारियां संभव हैं।