Home ब्रेकिंग न्यूज़बाबा बैद्यनाथ मंदिर में विवाद: सांसदों पर गर्भगृह में जबरन प्रवेश का आरोप

बाबा बैद्यनाथ मंदिर में विवाद: सांसदों पर गर्भगृह में जबरन प्रवेश का आरोप

by Saloni Yadav
Controversy in Baba Baidyanath Temple: MPs accused of forcibly entering the sanctum sanctorum

झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में हाल ही में एक बड़ा विवाद सामने आया है। आरोप है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी ने मंदिर के गर्भगृह में जबरन प्रवेश किया, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना 2 अगस्त 2025 की रात को हुई, जब श्रावण मास के दौरान मंदिर में वीआईपी और वीवीआईपी प्रवेश पर पूरी तरह से रोक थी।

क्या है पूरा मामला?

श्रावण मास में बाबा बैद्यनाथ मंदिर में लाखों श्रद्धालु जल चढ़ाने आते हैं। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने वीआईपी प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा था। मंदिर के पुजारी कार्तिक नाथ ठाकुर ने शिकायत की कि 2 अगस्त की रात करीब 8:45 से 9:00 बजे के बीच निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी और कुछ अन्य लोग गर्भगृह में जबरन घुस गए।

पुजारी का कहना है कि इस दौरान ‘कांचा जल पूजा’ चल रही थी, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक अनुष्ठान है। सांसदों के इस कदम से पूजा में व्यवधान हुआ और मंदिर परिसर में मौजूद हजारों श्रद्धालुओं में भय फैल गया। शिकायत के अनुसार, सांसदों और उनके साथियों ने पुलिसकर्मियों के साथ भी धक्का-मुक्की की, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।

पुलिस ने क्या किया?

झारखंड पुलिस ने 7 अगस्त 2025 को पुजारी की शिकायत के आधार पर निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी, उनके परिजनों और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की। यह मामला भारतीय न्याय संहिता की कई धाराओं के तहत दर्ज किया गया है, जिनमें धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने, सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई जैसे आरोप शामिल हैं।

पुलिस का कहना है कि यह घटना मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था और धार्मिक परंपराओं का उल्लंघन है। जांच अभी जारी है, और दोषी पाए जाने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सांसदों की प्रतिक्रिया

निशिकांत दुबे ने इस मामले पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी बात रखी। उन्होंने लिखा, “यह मामला पूजा करने के लिए दर्ज किया गया है। मेरे खिलाफ अब तक 51 मामले दर्ज हो चुके हैं। मैं कल देवघर हवाई अड्डे से सीधे पुलिस स्टेशन जाकर अपनी गिरफ्तारी दूंगा।” वहीं, मनोज तिवारी ने इस मामले पर अभी तक कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है।

श्रावण मेला और बाबा बैद्यनाथ मंदिर का महत्व

बाबा बैद्यनाथ मंदिर भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और श्रावण मास में यहां लाखों कांवड़िये दर्शन के लिए आते हैं। बिहार के सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर श्रद्धालु गंगा जल लेकर मंदिर में चढ़ाते हैं। इस साल अब तक करीब 55 लाख कांवड़िये मंदिर में जल अर्पित कर चुके हैं। इस मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होती है।

पहले भी विवादों में रहे हैं सांसद

यह पहली बार नहीं है जब निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी विवादों में आए हैं। साल 2022 में दोनों सांसदों पर देवघर हवाई अड्डे पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) रूम में जबरन घुसने और चार्टर्ड विमान को उड़ान की अनुमति लेने के लिए दबाव डालने का आरोप लगा था। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जनवरी में उस मामले को रद्द कर दिया था।

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