Bhiwadi News: भिवाड़ी के इंडस्ट्रियल एरिया (Industrial Area) में फैक्ट्रियों से दिनदहाड़े पीतल और तांबे का सामान उड़ाने वाला गिरोह आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। फेज थर्ड पुलिस ने दो मुख्य चोरों समेत कुल छह लोगों को धर दबोचा। इनके पास से करीब 500 किलो चोरी का पीतल बरामद हुआ है।
दिन में रेकी, रात में ऑटो से वारदात
पुलिस वाले बता रहे हैं कि ये लोग दिन में फैक्ट्री के आसपास घूम-घूम कर रेकी (recce) करते थे। पता चल जाता था कि कहाँ गार्ड सो रहा है, कहाँ ताला कमजोर है ओर कैसे चोरी हो सकती है। फिर रात को ऑटो रिक्शा लेकर पहुँचते और माल साफ।
24 नवंबर की रात भी कुछ ऐसा ही हुआ। एक फैक्ट्री से 18 बोरे भरे हुए करीब 900 किलो पीतल गायब। सिक्योरिटी गार्ड खर्राटे ले रहा था और पूरा वारदात सीसीटीवी में कैद हो गया। सुबह मालिक ने शोर मचाया तो पुलिस हरकत में आई।
गिरफ्त में आए ये छह नाम
पकड़े गए आरोपियों में सबसे ऊपर है शक्ति ठाकुर का नाम आया है। इस बंदे पर पहले से ही आधा दर्जन से ज्यादा चोरी-डकैती के मुकदमे दर्ज हैं। दूसरा मुख्य आरोपी है दीपक। बाकी चार कबाड़ी हैं – सुभाष, इकबाल, राहुल कुमार और रेवाड़ी शहर की अमनगनी सोसायटी में रहने वाला अंकुर जैन।
पहले दो, फिर बाकी चार – ऐसे खुला पूरा नेटवर्क
29 नवंबर को पुलिस को खबर लगी कि शक्ति और दीपक कहरानी रेलवे लाइन के पास हैं। वहाँ दबिश मारी और दोनों को पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों टूट गए। बोले – “चोरी का माल रामपुरा के कबाड़ी सुभाष, इकबाल और राहुल को बेचते थे।”
पुलिस ने तुरंत तीनों कबाड़ियों को उठाया। उन्होंने कबूला कि सारा सामान रेवाड़ी के गढ़ी बोलनी रोड पर अमनगनी सोसायटी में रहने वाले अंकुर जैन को बेच दिया। बस फिर क्या था पुलिस नया गाँव पहुँची और अंकुर को भी हवालात भेज दिया। वहाँ से भी चोरी का बचा हुआ माल बरामद कर लिया।
अभी और लोग तलाश रहे हैं पुलिस वाले
थाना प्रभारी दारा सिंह ने बताया, “गिरोह के बाकी मेंबरों की तलाश जारी है। जो पूछताछ हो रही है, उससे और नाम निकल कर आएंगे। ये लोग काफी दिनों से भिवाड़ी इंडस्ट्रियल एरिया को निशाना बना रहे थे।”
फिलहाल सभी छह आरोपी जेल जा चुके हैं। फैक्ट्री वालों ने राहत की सांस ली है लेकिन सिक्योरिटी गार्ड की खर्राटों वाली नींद पर अभी सवाल बरकरार हैं

