Home ब्रेकिंग न्यूज़बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में

बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में

इस बुजुर्ग जोड़े के साथ में गावं वालों ने जो किया वो फिलहाल पूरी दुनिया के सामने है और सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. बिहार में इस तरह की शादियां कोई नई बात नहीं हैं. इसे 'पकड़ौआ विवाह' के नाम से जाना जाता है जहां लोगों को उनकी इच्छा के खिलाफ शादी के लिए मजबूर किया जाता है.

by Saloni Yadav
बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में

पटना, 6 सितंबर 2025. बिहार के एक गांव में एक अनोखी घटना ने सबका ध्यान खींचा है. यहां गांव वालों ने 70 साल की उम्र के करीब एक बुजुर्ग जोड़े को चोरी-छिपे मिलने की वजह से जबरन शादी करा दी. इस घटना ने प्यार, आजादी और सामाजिक रीति-रिवाजों पर सवाल उठाए हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो और तस्वीरों ने इस मामले को और हवा दी है.

बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में
बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में

क्या है पूरा मामला?

घटना बिहार के एक छोटे से गांव की है. बताया जा रहा है कि एक बुजुर्ग पुरुष और महिला को गांव वालों ने एक-दूसरे से मिलते हुए देख लिया. ग्रामीणों ने इसे अपनी परंपराओं के खिलाफ माना और दोनों को पकड़कर तुरंत शादी करा दी. सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों में दोनों को फूलों की माला पहने और शादी के रीति-रिवाज निभाते देखा जा सकता है. लेकिन उनके चेहरों पर उदासी साफ दिख रही है, जो इस शादी के पीछे की मजबूरी को दर्शाता है.

बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में
बिहार: 70 साल की उम्र में जबरन शादी कराने का मामला, गांव वालों का फैसला विवादों में

सोशल मीडिया पर अलग-अलग राय

इस घटना का वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर तेजी से फैल रही हैं. कुछ लोग इसे बुढ़ापे में प्यार की अनोखी कहानी मान रहे हैं, तो कुछ इसे व्यक्तिगत आजादी पर हमला बता रहे हैं. एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, “उम्र चाहे जो हो, प्यार की आजादी सबको है, लेकिन जबरदस्ती किसी को बांधना गलत है.” वहीं, कुछ यूजर्स का कहना है कि गांव वालों ने अपनी सामाजिक मर्यादा बचाने के लिए ऐसा किया.

‘पकड़ौआ विवाह’ की पुरानी प्रथा

बिहार में इस तरह की शादियां कोई नई बात नहीं हैं. इसे ‘पकड़ौआ विवाह’ के नाम से जाना जाता है जहां लोगों को उनकी इच्छा के खिलाफ शादी के लिए मजबूर किया जाता है. सामाजिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रथा पुराने रीति-रिवाजों और सामाजिक दबाव का हिस्सा है जो आज भी कई गांवों में देखने को मिलती है. यह घटना एक बार फिर समाज में व्यक्तिगत स्वतंत्रता और परंपराओं के बीच टकराव को सामने लाती है.

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