जालंधर, 22 अक्टूबर 2025। उत्तर भारत के रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। जल्द ही जम्मू से पंजाब तक का सफर और तेज़ और आरामदायक होने जा रहा है। रेलवे मंत्रालय ने जालंधर कैंट से पठानकोट कैंट होते हुए जम्मू तवी तक 216 किलोमीटर लंबी नई तीसरी रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया को तेज़ कर दिया है।
जिला प्रशासन की मीटिंग में डिप्टी कमिश्नर आयुषी सूदन ने इस मेगा प्रोजेक्ट को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की। बैठक में रेलवे अधिकारियों, स्थानीय हितधारकों और विभागीय प्रतिनिधियों ने विस्तृत बातचीत की। इस रूट पर हर दिन हजारों ट्रेनें चलती हैं जिससे मौजूदा दो पटरियों पर दबाव काफी बढ़ चुका है। इसी वजह से रेल मंत्रालय ने तीसरी लाइन बिछाने का फैसला किया है ताकि ट्रेनों की समयबद्धता और रेल यातायात दोनों को बेहतर बनाया जा सके।
डीपीआर फाइनल स्टेज में, मिलेगा आर्थिक बूस्ट
फिलहाल प्रोजेक्ट का सर्वे जोरों पर चल रहा है और अगले 10 दिनों में डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) फाइनल होने की उम्मीद है। डीसी आयुषी सूदन ने बताया कि यह प्रोजेक्ट इलाके की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को नई दिशा देगा। उन्होंने कहा, “यह रेल लाइन न सिर्फ भीड़ कम करेगी बल्कि जम्मू और पंजाब के बीच व्यापार व यात्रा को और सुगम बनाएगी।” इस योजना के तहत लैंड एक्विज़िशन, एनवायरनमेंट क्लियरेंस और रिहैबिलिटेशन प्लान पर भी गहन चर्चा हुई है।
रोजगार और विकास के नए अवसर
स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि यह प्रोजेक्ट क्षेत्र में रोजगार के नए मौके लाएगा और छोटे व्यवसायों को भी बढ़ावा देगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस नई लाइन से न सिर्फ ट्रेनों की रफ्तार बढ़ेगी, बल्कि लॉजिस्टिक्स सेक्टर को भी बड़ा फायदा होगा। जल्द ही जमीन पर ग्राउंडवर्क शुरू होने की संभावना है। रेलवे मिनिस्ट्री मानती है कि यह प्रोजेक्ट पूरे उत्तर भारत की परिवहन व्यवस्था को नई मजबूती देगा।

