भारत ने जापान को पछाड़ा, अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनी — जर्मनी पर नजर
भारत ने जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का कीर्तिमान रचा है। 4.18 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ देश अब जर्मनी को पीछे छोड़ तीसरे स्थान की ओर बढ़ रहा है।
- भारत ने 4.18 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ जापान को पीछे छोड़ा।
- रिकॉर्ड ग्रोथ के चलते निकट भविष्य में जर्मनी को पछाड़ने की उम्मीद।
- निजी खपत, निर्यात और घरेलू मांग ने बढ़ाई रफ्तार।
- विशेषज्ञों के अनुसार भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर।
भारत ने आर्थिक इतिहास में एक और मील का पत्थर (milestone) पार कर लिया है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, भारत ने जापान को पीछे छोड़ते हुए अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (Fourth Largest Economy) का दर्जा हासिल कर लिया है।
सरकार द्वारा जारी नए डेटा के अनुसार, भारत की GDP अब 4.18 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच चुकी है। यह न केवल देश की वित्तीय क्षमता का प्रमाण है, बल्कि बदलते वैश्विक आर्थिक संतुलन की दिशा भी दिखा रहा है।
भारत की विकास कहानी का नया अध्याय
पिछले कुछ वर्षों में भारत की रियल GDP ग्रोथ दर लगातार वैश्विक औसत से बेहतर रही है। वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में यह दर 8.2 प्रतिशत दर्ज की गई, जबकि पहली तिमाही में यह 7.8 और पिछली तिमाही में 7.4 प्रतिशत थी।
यह तेज़तर्रार वृद्धि तब आई है जब दुनिया के कई बड़े देशों की अर्थव्यवस्थाएं मंदी (recession) या सुस्ती की तरफ बढ़ रही हैं। यह दिखाता है कि भारत के पास अब अपनी ग्रोथ के लिए एक मजबूत घरेलू इंजन (domestic engine) मौजूद है।
घरेलू मांग और निवेश ने दी रफ्तार
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि भारत की इस आर्थिक छलांग (leap) के पीछे निजी खपत (private consumption), सेवाओं में विस्तार और सरकारी पूंजी निवेश (capital investment) की बड़ी भूमिका है। ग्रामीण और शहरी दोनों इलाकों में खरीदारी और आय स्तर में सुधार देखा जा रहा है।
वित्त मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि देश में बेरोजगारी दर में कमी और महंगाई (inflation) के नियंत्रण ने भी उपभोक्ता विश्वास (consumer confidence) को बढ़ाया है।
जर्मनी अगला लक्ष्य, तीसरे स्थान की दौड़ शुरू
भारत अब जर्मनी से सिर्फ थोड़ी दूरी पर है। आर्थिक विश्लेषकों का अनुमान है कि अगले ढाई से तीन वर्षों में भारत 7.3 ट्रिलियन डॉलर की GDP के साथ दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।
अमेरिका और चीन पहले दो स्थानों पर बने हुए हैं, लेकिन भारत की जिस रफ्तार से प्रगति हो रही है, उसने वैश्विक मंच पर उसकी आर्थिक प्रतिष्ठा को नया रूप दे दिया है।
2047 तक विकसित भारत का सपना
सरकार का दीर्घकालिक लक्ष्य भारत को 2047 तक विकसित देशों की श्रेणी (developed nations category) में लाना है, जब देश अपनी आज़ादी के 100 साल पूरे करेगा। वर्ल्ड बैंक, IMF और मूडीज़ जैसी संस्थाएं भी भारत की विकास क्षमता को लेकर सकारात्मक आकलन दे रही हैं।
यह पल न सिर्फ आर्थिक प्रतिस्पर्धा का है, बल्कि आत्मविश्वास का भी जहाँ भारत अब सिर्फ उभरती अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि निर्णायक वैश्विक शक्ति (global power) के रूप में उभर रहा है।
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