नए कर्मचारियों को सरकार देगी ₹15,000 की मदद, जानिए कैसे मिलेगा फायदा
अगर आप पहली बार नौकरी शुरू कर रहे हैं, तो केंद्र सरकार आपको ₹15,000 तक की आर्थिक सहायता दे सकती है। यह योजना EPFO से पहली बार जुड़ने वाले कर्मचारियों के लिए है। आवेदन ऑनलाइन किया जा सकेगा।
- पहली बार EPFO से जुड़ने वाले कर्मचारियों को मिलेगा ₹15,000 का लाभ।
- आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन होगी, किसी दफ्तर जाने की जरूरत नहीं।
- PF निकासी (withdrawal) के नियम पहले से आसान किए गए।
- बेरोजगार होने या मेडिकल स्थिति में PF से पूर्व निकासी का प्रावधान।
अगर आप पहली बार नौकरी की दुनिया में कदम रख रहे हैं, तो यह योजना आपके लिए किसी राहत से कम नहीं है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour and Employment) ने घोषणा की है कि सरकार अब उन नए कर्मचारियों को वित्तीय प्रोत्साहन (financial incentive) देगी जो EPFO के साथ पहली बार पंजीकरण (registration) करवाते हैं।
इसका सीधा मकसद युवाओं को संगठित रोजगार बाजार से जोड़ना और उन्हें करियर की शुरुआत में एक आर्थिक सहारा देना है।
किन्हें मिलेगा ₹15,000 का लाभ
मंत्रालय द्वारा जारी सूचना के अनुसार, यह लाभ सिर्फ उन कर्मचारियों को मिलेगा जिन्होंने पहले कभी EPFO (Employees’ Provident Fund Organisation) से पंजीकरण नहीं कराया है। यानी अगर आपने अब तक कोई पीएफ (PF) खाता नहीं खुलवाया और अब पहली बार किसी संस्था से जुड़ रहे हैं, तो आप इस योजना के पात्र हैं।
जो कर्मचारी पहले से EPFO सदस्य हैं, वे इसका लाभ नहीं उठा पाएंगे।
EPFO रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया कैसे होती है
जब कोई कर्मचारी नई नौकरी में शामिल होता है, तो उसकी कंपनी उसके नाम से पीएफ खाता खोलती है। इसके बाद कर्मचारी को एक UAN (Universal Account Number) जारी किया जाता है, जिससे वह अपने सभी PF से जुड़े लाभ ऑनलाइन प्राप्त कर सकता है। यही पंजीकरण इस योजना में पात्रता तय करने का आधार होगा।
घर बैठे कैसे करें आवेदन
सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल बना दिया है। pmvry.labour.gov.in वेबसाइट पर जाकर कोई भी पात्र कर्मचारी घर बैठे आवेदन कर सकता है। किसी दफ्तर में लाइन लगाने की जरूरत नहीं है। फॉर्म भरने और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, सत्यापन (verification) होने पर निर्धारित नियमों के अनुसार राशि सीधे कर्मचारी के खाते में जमा की जाएगी।
PF निकासी के नियम अब आसान
सरकार ने युवाओं को सुविधाजनक विकल्प देने के लिए PF निकासी (withdrawal) प्रक्रिया को पहले से अधिक लचीला बना दिया है। अब नौकरी छूटने, बीमारी या व्यक्तिगत जरूरतों में इस राशि को निकालना पहले से कहीं आसान होगा।
अगर किसी कर्मचारी की नौकरी चली जाती है, तो वह अपने कुल PF बैलेंस का 75% तुरंत निकाल सकता है। अगर लगातार 12 महीने तक बेरोजगार रहता है, तो शेष 25% रकम भी निकालने की अनुमति है, यानी पूरा PF बैलेंस उसके खाते में वापस आ जाएगा।
शादी, इलाज और घर बनाने के लिए निकासी
व्यक्तिगत कारणों के लिए भी PF से निकासी की सुविधा उपलब्ध है। शादी के लिए कर्मचारी सात साल की सेवा पूरी करने के बाद अपने PF का 50% हिस्सा निकाल सकता है। गंभीर बीमारी या इलाज की स्थिति में छह महीने की सैलरी के बराबर राशि या पूरा PF निकाला जा सकता है। इसके अलावा, घर खरीदने, मरम्मत कराने या बच्चों की शिक्षा जैसे उद्देश्यों के लिए भी PF निकासी की सुविधा दी गई है।
सरकार की यह नई पहल न सिर्फ युवाओं को नौकरी से जोड़ने की कोशिश है, बल्कि उन्हें आर्थिक आत्मनिर्भरता (financial independence) के रास्ते पर ले जाने का एक कदम भी है। आने वाले वर्षों में यह योजना लाखों युवाओं को संगठित क्षेत्र में लाने और उन्हें स्थायी आजीविका (livelihood) देने में अहम भूमिका निभा सकती है।
इस श्रेणी की और खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें: फाइनेंस



