Rajasthan News: राजस्थान के अलवर में एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। जिस दिन का हर लड़की सपना देखती है—दुल्हन बनने का—उससे सिर्फ दस दिन पहले 27 वर्षीय सैजल की जिंदगी एक दर्दनाक मोड़ पर खत्म हो गई। परिवार शादी की तैयारियों में डूबा था, घर में रोज नए कपड़े आते, रिश्तेदारों को फोन जाते, और शादी की रौनक धीरे-धीरे बस बनने ही वाली थी। लेकिन 30 नवंबर की रात अचानक सब कुछ उजड़ गया।
आखिरी 20 मिनट जिन्होंने बदल दी जिंदगी
जानकारी के मुताबिक, सैजल ने आत्महत्या से पहले अपने मंगेतर नमन से करीब 20 मिनट फोन पर बात की थी। यही बातचीत अब जांच का केंद्र बनी हुई है। परिवार का आरोप है कि नमन ने शादी में अधिक खर्च और दहेज की मांग जैसी बातें उठाईं, जिससे लड़की मानसिक दबाव में आ गई।Rajasthan News
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परिजनों के अनुसार, फोन पर बातचीत खत्म होने के तुरंत बाद सैजल बेहद तनाव में दिखाई दी—और कुछ ही देर में उसने घर में फंदा लगाकर अपनी जान दे दी।
शादी तय, कार्ड छप चुके थे, खरीददारी पूरी थी
सैजल की शादी भोपाल निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर नमन से तय हुई थी। दोनों की सगाई हो चुकी थी और 11 दिसंबर की तारीख भी फाइनल थी। घर में मेहमानों की लिस्ट तैयार थी, कार्ड बंट चुके थे और दहेज में देने वाला सामान भी खरीदा जा चुका था।Rajasthan News
परिवार ने बताया कि “हमें लगा सब कुछ ठीक चल रहा है… बेटी खुश रहेगी।” लेकिन किसे पता था कि शादी से पहले ही घर की खुशियाँ मातम में बदल जाएँगी।
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एफआईआर में गंभीर आरोप
शुरुआत में परिवार ने कोई केस दर्ज नहीं कराया था, लेकिन पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के बाद जब वे थोड़ा संभले तो उन्होंने सैजल के मंगेतर और उसके माता-पिता पर दहेज के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया।Rajasthan News
अरावली विहार थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की है और अब फोन रिकॉर्डिंग, चैट्स और कॉल लॉग की तकनीकी जांच भी करेगी।
समाज के नाम एक कड़वा सवाल
यह घटना एक बार फिर सवाल उठा रही है कि आधुनिक शिक्षा, बड़े शहरों की जॉब और सगाई के बाद भी दहेज जैसी कुप्रथा क्यों खत्म नहीं हो पाती?
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सैजल सिर्फ एक लड़की नहीं थी—वह उन हजारों बेटियों की आवाज बनकर गई है जो दबाव में टूट जाती हैं, लेकिन बोल नहीं पातीं।Rajasthan News
