10 मीटर तक सिमटी दृश्यता: हरियाणा में फिर लौटी गहरी धुंध, हिसार सबसे ठंडा

Haryana Weather Update: हरियाणा में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। सिर्फ एक दिन की राहत के बाद मंगलवार सुबह प्रदेश के कई हिस्सों में गहरी धुंध लौट आई, जिसने आम जनजीवन की रफ्तार धीमी कर दी। कई इलाकों में दृश्यता घटकर करीब 10 मीटर तक सिमट गई, जिससे सुबह की आवाजाही खासतौर पर चुनौतीपूर्ण रही।

देर शाम तक हवा की दिशा बदलने से आसमान साफ नजर आया था, लेकिन रात होते-होते तापमान में लगातार गिरावट ने फिर से कोहरे की चादर बिछा दी।

मैदानी जिलों में ठंड का असर ज्यादा महसूस किया जा रहा है। खुले इलाकों, खेतों और हाईवे पर धुंध सबसे घनी दिखी, जहां वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर बेहद सतर्क होकर चलना पड़ा। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों और दफ्तर पहुंचने वालों को भी मौसम की इस अचानक बदली चाल ने सतर्क कर दिया।

पूरे प्रदेश में तापमान की बात करें तो हिसार सबसे ठंडा जिला रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार को हिसार का न्यूनतम तापमान 6.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 1.5 डिग्री कम रहा। वहीं अधिकतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो औसत से 0.8 डिग्री अधिक दर्ज किया गया।

मौसम विभाग के मुताबिक दिन में धूप निकलने से हल्की गर्माहट महसूस हो सकती है, लेकिन सुबह और रात की ठंड फिलहाल पीछा छोड़ने के मूड में नहीं है।

मौसम विभाग का कहना है कि 20 दिसंबर तक हरियाणा में मौसम सामान्य रूप से खुश्क और परिवर्तनशील बना रह सकता है। 17 दिसंबर को उत्तर और उत्तर-पश्चिमी शीत हवाएं हल्की से मध्यम गति से चलने की संभावना है जिससे रात के तापमान में और गिरावट आ सकती है। हालांकि दिन के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।

18 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से प्रदेश में बादल छाए रहने के आसार हैं। इस दौरान वातावरण में नमी बढ़ने से कुछ स्थानों पर अलसुबह हल्की से मध्यम धुंध दोबारा देखने को मिल सकती है।

मौसम विभाग मान रहा है कि आने वाले दिनों में ठंड और धुंध का यह सिलसिला रुक-रुक कर जारी रह सकता है।

कोहरे और कम दृश्यता को देखते हुए मौसम विभाग ने लोगों से गैर-जरूरी यात्रा से बचने की अपील की है। वाहन चालकों को कम रफ्तार रखने, ड्राइविंग के दौरान मोबाइल या म्यूजिक सिस्टम का इस्तेमाल न करने और चलते समय शीशे थोड़े नीचे रखने की सलाह दी गई है।

सड़क पर वाहन खड़ा न करने और लेन मार्किंग को गाइड के रूप में इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया है, ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना से बचा जा सके।

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