रेवाड़ी में ठंड का डबल अटैक: कोहरे और शीतलहर ने मचाया तांडव, 2020 के बाद सबसे ठंडा दिसंबर

रेवाड़ी में रविवार को कोहरे और शीतलहर का डबल अटैक। तापमान में 8 डिग्री की गिरावट, अधिकतम 15.6 डिग्री रहा। 10 से ज्यादा ट्रेनें लेट, 100 जगहों पर बिजली गुल। 2020 के बाद दिसंबर का सबसे ठंडा सप्ताह। वाहनों और फसलों पर जमी ओस की परत।

  • ठंड का डबल अटैक
  • तापमान में 8 डिग्री की गिरावट
  • परिवहन और बिजली प्रभावित
  •  प्रकृति का अनोखा नजारा

रविवार की सुबह रेवाड़ी में जब लोग घरों से बाहर निकले तो ठंड ने उन्हें झकझोर कर रख दिया। दिसंबर के आखिरी सप्ताह में प्रकृति ने जैसे अपना पूरा रौद्र रूप दिखा दिया। शहर में और गावों में सब जगह लोग अलाव के आगे हाथ सकते नजर आये। घना कोहरा और तेज शीतलहर – दोनों ने एक साथ हमला बोल दिया।

लोगों की हालत यह हो गई कि घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया। रजाइयां और गर्म कपड़े भी कम पड़ने लगे। ठण्ड ऐसी की आर पार निकल रही है।

धूप भी नहीं दे पाई राहत

पूरे दिन मौसम ने अपना मिजाज नहीं बदला। सुबह से शाम तक कोहरे की मोटी चादर छाई रही। दोपहर बाद बस कुछ पलों के लिए हल्की धूप की किरणें झांकीं। लेकिन वो भी इतनी कमजोर थीं कि लोगों को कोई आराम नहीं मिला।

बुजुर्गों और बच्चों के लिए हालात और भी खराब हो गए। कई लोगों ने घर से बाहर निकलना ही बंद कर दिया।

ट्रेनें लेट, यात्री परेशान

कोहरे की सबसे बड़ी मार रेलवे पर पड़ी। रेवाड़ी रूट से गुजरने वाली लंबी दूरी की ट्रेनों का शेड्यूल पूरी तरह गड़बड़ा गया। रविवार को 10 से ज्यादा ट्रेनें एक से दो घंटे की देरी से पहुंचीं। यात्रियों को स्टेशनों पर ठंड में घंटों इंतजार करना पड़ा।

कई यात्रियों ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर खड़े रहना बेहद मुश्किल हो गया था। ठंडी हवाओं के झोंके शरीर को कंपा रहे थे। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि कम विजिबिलिटी के चलते ट्रेनों की रफ्तार धीमी करनी पड़ी। सुरक्षा के लिहाज से यह जरूरी था।

बिजली की समस्या ने बढ़ाई मुसीबत

ठंड का असर सिर्फ इंसानों पर नहीं पड़ा। बिजली व्यवस्था भी चरमरा गई। भीषण ठंड की वजह से बिजली की लाइनों में फाल्ट की शिकायतें आसमान छूने लगीं। जिलेभर में 100 से ज्यादा जगहों से बिजली गुल होने की सूचना मिली।

बिजली निगम के कार्यालय में रविवार को शिकायतों का अंबार लग गया। अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरे दिन मैदान में रहना पड़ा।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तापमान गिरने से तारों में संकुचन हो जाता है। इससे फाल्ट की आशंका बढ़ जाती है।

2020 के बाद सबसे ठंडा दिसंबर

मौसम विभाग के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। 2020 के बाद इस बार दिसंबर का तीसरा सप्ताह सबसे ज्यादा ठंडा साबित हुआ है। रविवार को अधिकतम तापमान सिर्फ 15.6 डिग्री सेल्सियस रहा। यह शनिवार के मुकाबले पूरे आठ डिग्री कम था।

न्यूनतम तापमान में चार डिग्री की बढ़ोतरी जरूर हुई और वो 9.8 डिग्री सेल्सियस रहा। लेकिन दिन के तापमान में भारी गिरावट ने लोगों की हालत खराब कर दी।

शनिवार से शुरू हुई थी शीतलहर

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार शनिवार शाम से ही संकेत मिलने लगे थे। उस दिन अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री और न्यूनतम 5.8 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार की शाम होते-होते शीतलहर चलनी शुरू हो गई। पहले ग्रामीण इलाकों में महसूस हुई फिर शहरी क्षेत्रों में भी दस्तक दे दी।

अधिकतम तापमान में अचानक आठ डिग्री की गिरावट शीतलहर का ही नतीजा है। उत्तर-पश्चिम से आ रही ठंडी हवाओं ने पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लिया।

वाहनों और फसलों पर जमी ओस

रविवार सुबह का नजारा देखने लायक था। खुले आसमान के नीचे खड़े वाहनों पर ओस की मोटी परत जम गई थी। खेतों में खड़ी फसलों और पौधों पर भी ओस की बूंदें चमक रही थीं। कुछ जगहों पर तो ऐसा लग रहा था जैसे बर्फ गिर गई हो।

किसानों ने बताया कि सुबह-सुबह खेतों में जाना मुमकिन नहीं था। पत्तियों पर जमी ओस हाथों को सुन्न कर दे रही थी।

सुबह सात बजे हल्की फुहार भी गिरी

रविवार सुबह करीब सात बजे मौसम ने एक और अनोखा करिश्मा दिखाया। आसमान से अचानक हल्की फुहार गिरने लगी। हालांकि यह बारिश बहुत कम देर के लिए हुई। लेकिन इससे ठंड का असर और भी तेज हो गया।

लोगों ने बताया कि फुहार के बाद हवा में नमी आ गई। इससे कोहरा और भी घना हो गया और ठंड की तीव्रता बढ़ गई।

शहर और गांव दोनों में एक जैसे हालात

इस बार की ठंड में शहर और गांव का फर्क मिट गया। दोनों जगह लोगों की हालत एक जैसी रही।

ग्रामीण इलाकों में तो वैसे भी हर साल ठंड ज्यादा पड़ती है। लेकिन इस बार शहरी इलाकों में भी उतनी ही तीव्र शीतलहर चली।

बाजारों में भी रविवार को भीड़ कम रही। दुकानदारों ने बताया कि लोग घरों से निकलने में कतरा रहे थे।

आने वाले दिनों में क्या होगा

मौसम विभाग के जानकारों का कहना है कि अभी कुछ दिन और यही हाल रहेगा। ठंड में कमी की कोई संभावना नहीं दिख रही।

जनवरी की शुरुआत तक कोहरा और शीतलहर का दौर जारी रह सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे पूरी सावधानी बरतें। गर्म कपड़े पहनें और बिना जरूरत के घर से बाहर न निकलें।

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