Gold Rate: सोने की कीमतों में गुरुवार को हल्की नरमी देखने को मिली. अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड 0.1% की गिरावट के साथ 3,553.75 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. बुधवार को इसने 3,578.50 डॉलर का रिकॉर्ड स्तर छुआ था. वहीं, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स भी 0.6% टूटकर 3,613.80 डॉलर पर आ गया. बाजार अब शुक्रवार को आने वाली अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है.
यह रिपोर्ट फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों पर फैसले की दिशा तय कर सकती है. कमजोर रोजगार आंकड़े ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को और हवा दे सकते हैं, जिससे सोने की मांग बढ़ सकती है. गुरुवार को बेरोजगारी भत्ते के दावों में अपेक्षा से ज्यादा इजाफा हुआ, जिसने सेफ हैवन के तौर पर सोने की मांग को सपोर्ट किया.
विशेषज्ञों का कहना है कि फेड की दर कटौती की संभावनाएं पहले ही कीमतों में शामिल हो चुकी हैं. ऐसे में कल की रिपोर्ट से नए संकेत मिल सकते हैं, जो सोने और डॉलर की चाल तय करेंगे. गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि अगर निवेशक सोने में डाइवर्सिफिकेशन बढ़ाते हैं, तो 2026 तक कीमतें 4,000 डॉलर प्रति औंस को पार कर सकती हैं.
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के लिए है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें.
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