उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने से भारी तबाही मच गई है। इस घटना में कई लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि दर्जनों लोग लापता बताए जा रहे हैं। घटना के बाद का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें बाढ़ के पानी के साथ मलबा गांव को तबाह करता हुआ देखा जा सकता है।
वीडियो में दिखी तबाही
वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे अचानक आई बाढ़ ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया। पानी के साथ मलबा और पत्थरों का प्रवाह इतना तेज था कि घर, दुकानें और सड़कें कुछ ही सेकंड में बर्बाद हो गईं। वीडियो में एक व्यक्ति की आवाज सुनाई देती है, जहां वह अपनी पत्नी से कहता है, “भागो,” जबकि पत्नी जवाब देती है, “यहां तक नहीं आएगा।” हालांकि, बाढ़ का कहर इतना भयानक था कि उनकी बातें सच नहीं हुईं।
धराली उत्तरकाशी भयंकर त्रासदी का नया वीडियो आया सामने 😱
तबाही के मंजर को देख पत्नी बोली भागो पति बोला यहाँ तक नहीं आयेगा #Uttarakhand #Uttarkashi #DharaliDisaster pic.twitter.com/ua1T5ACvZA
— Pyara Uttarakhand प्यारा उत्तराखंड (@PyaraUKofficial) August 5, 2025
राहत और बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं लेकिन मौसम की खराबी और भौगोलिक स्थिति के कारण ये कार्य मुश्किल हो रहे हैं।
उत्तरकाशी की आपदा में आर्मी के करीब 9 जवानों के लापता होने की सूचना है। हर्षिल में आर्मी बेस कैंप है। यहां भारी लैंडस्लाइड हुआ है। Video में देख सकते हैं कि पहाड़ से मोटे-मोटे बोल्डर गिरे हैं। फ्लड की रफ्तार भयावाह है। pic.twitter.com/wbDc93Na8P
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 5, 2025
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने बताया कि कम से कम चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और कई लोग अभी भी लापता हैं। उन्होंने कहा “बाढ़ का पानी इतना तेज था कि पूरा गांव तबाह हो गया। हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं और हर संभव मदद पहुंचा रहे हैं।”
अपनों को आगाह करने चीखते चिल्लाते लोग और अचानक आयी बाढ़ का तांडव
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) August 5, 2025
केंद्र और राज्य सरकार की मदद
इस आपदा के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
धराली गांव में हुई इस त्रासदी ने एक बार फिर उत्तराखंड की संवेदनशील भौगोलिक स्थिति को सामने ला दिया है। स्थानीय लोगों और प्रशासन की ओर से जारी राहत कार्यों के बावजूद इस घटना से हुए नुकसान की भरपाई करना मुश्किल होगा।
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