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यमुना नदी फिर लौटेगी अपनी रौनक, हरियाणा ने साफ किया 16,000 टन कचरा
हरियाणा-दिल्ली सरकार के संयुक्त प्रयासों से यमुना नदी की सफाई में सफलता, 4 महीने में 16,000 मीट्रिक टन कचरा हटाया गया। मुख्यमंत्री सैनी ने इसे माँ यमुना को स्वच्छ करने का कर्तव्य बताया। अभियान जारी, पर्यावरण सुधार की दिशा में मिसाल।

हरियाणा और दिल्ली सरकार के साझा प्रयासों से यमुना नदी की सफाई में बड़ी कामयाबी मिली है. हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हाल ही में विधानसभा में बताया कि पिछले चार महीनों में यमुना से 16,000 मीट्रिक टन कचरा हटाया गया है. यह कदम नदी को प्रदूषण से मुक्त करने और उसकी खोई हुई शुद्धता को वापस लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है.
संयुक्त प्रयासों का असर
क्यों थी सफाई की जरूरत?
पर्यावरण विशेषज्ञों का कहना है कि यमुना में प्रदूषण का मुख्य कारण औद्योगिक कचरा और अवैध डंपिंग है. कई सालों से नदी की हालत खराब होती जा रही थी, लेकिन अब सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों के सहयोग से इसे बचाने की मुहिम तेज हो गई है. इस अभियान के तहत नदी से प्लास्टिक, कचरा और अन्य हानिकारक पदार्थों को हटाया गया है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह अभियान अभी रुकने वाला नहीं है. हरियाणा सरकार और स्थानीय संगठनों के सहयोग से और सख्त कदम उठाए जाएंगे ताकि यमुना पूरी तरह स्वच्छ हो सके. सैनी ने लोगों से भी अपील की कि वे इस मुहिम में हिस्सा लें और नदी में कचरा न फेंके.
https://twitter.com/NayabSainiBJP/status/1959944772228890939
इस पहल को लेकर लोगों में खासा उत्साह है. पर्यावरण प्रेमी और सामाजिक कार्यकर्ता इस कदम की तारीफ कर रहे हैं. एक स्थानीय कार्यकर्ता ने कहा, "यमुना हमारी धरोहर है. अगर हम इसे नहीं बचाएंगे, तो हमारी आने वाली पीढ़ियां हमें माफ नहीं करेंगी."
हरियाणा सरकार की यह कोशिश न सिर्फ यमुना को नया जीवन दे रही है, बल्कि पूरे देश के लिए एक मिसाल भी बन रही है. उम्मीद है कि यह अभियान और तेजी से चलेगा और यमुना फिर से अपनी पुरानी रौनक के साथ बहती नजर आएगी.
लेखक के बारे में

न्यूज़ लिखना इतना आसान भी नहीं है जितना उनको पढ़ना होता है। हर खबर की गहराई में जाकर एक निचोड़ निकलना और सटीकता के साथ आप तक पहुंचाने का काम पिछले 8 सालों से कर रहा हूँ। कृषि से स्नातक करने के बाद से ही कृषि विषय पर आर्टिकल लिखने शुरू किये थे लेकिन समय पंख लगाकर कब तेजी से निकला और कब 8 साल बीत गए इसका भान ही नहीं हुआ। आगे भी समय के साथ पंख लगाकार आके लिए ऐसे ही आर्टिकल लिखते रहेंगे।