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सोने की कीमतों में भारी उछाल, 14 साल का रिकॉर्ड तोड़कर पहुंचा आसमान पर
सोने-चांदी की कीमतों ने 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है! COMEX पर सोना 3570.40 डॉलर और चांदी 41.34 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच चुकी है. फेड की ब्याज दर कटौती, आर्थिक अनिश्चितता और चांदी की औद्योगिक मांग से उछाल देखने को मिल रहा है.
Gold Price Hike: सोने और चांदी की कीमतों ने बाजार में नया इतिहास रच दिया है. सोना अपने अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है, जबकि चांदी ने भी 14 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. COMEX पर सोने की कीमत 1.54% बढ़कर 3570.40 डॉलर प्रति औंस हो गई है. वहीं चांदी में 2.84% की तेजी के साथ कीमत 41.34 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गई है.

कीमतों में तेजी की वजह
निवेशकों का रुझान और बाजार का माहौल
BMO कैपिटल मार्केट्स के अनुसार, गोल्ड ईटीएफ में निवेश अप्रैल के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है. पिछले तीन सालों में सोने और चांदी की कीमतें दोगुनी से ज्यादा बढ़ चुकी हैं. वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, आर्थिक अनिश्चितता और व्यापारिक जोखिमों ने इन धातुओं को सुरक्षित निवेश का विकल्प बना दिया है. अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फेडरल रिजर्व के बीच तनाव ने भी निवेशकों की चिंताएं बढ़ाई हैं.
चांदी का शानदार प्रदर्शन
चांदी ने इस साल 40% से ज्यादा की तेजी दिखाई है जो सोने से भी बेहतर है. इसका कारण चांदी का निवेश के साथ-साथ औद्योगिक उपयोग खासकर सोलर पैनल और अन्य तकनीकों में बढ़ती मांग है. सिल्वर इंस्टीट्यूट का अनुमान है कि इस साल चांदी की मांग लगातार पांचवें साल आपूर्ति से ज्यादा रहेगी.

अन्य धातुओं में भी तेजी
सोने और चांदी के साथ-साथ कॉपर, प्लेटिनम और पैलेडियम की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिला है. कॉपर 0.15% बढ़कर 4.547 डॉलर, प्लेटिनम 4.27% बढ़कर 1429 डॉलर और पैलेडियम 3.02% बढ़कर 1158 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गए हैं.
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा आर्थिक अनिश्चितता के बीच सोना और चांदी निवेश के लिए सुरक्षित विकल्प बने रहेंगे. हालांकि निवेश से पहले विशेषज्ञों से सलाह लेना जरूरी है.
लेखक के बारे में

न्यूज़ लिखना इतना आसान भी नहीं है जितना उनको पढ़ना होता है। हर खबर की गहराई में जाकर एक निचोड़ निकलना और सटीकता के साथ आप तक पहुंचाने का काम पिछले 8 सालों से कर रहा हूँ। कृषि से स्नातक करने के बाद से ही कृषि विषय पर आर्टिकल लिखने शुरू किये थे लेकिन समय पंख लगाकर कब तेजी से निकला और कब 8 साल बीत गए इसका भान ही नहीं हुआ। आगे भी समय के साथ पंख लगाकार आके लिए ऐसे ही आर्टिकल लिखते रहेंगे।