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कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की उम्मीद
कच्चे तेल की कीमतें गिरीं: ब्रेंट $66, WTI $63 से नीचे। रूस-यूक्रेन-अमेरिका वार्ता से आपूर्ति बढ़ने की उम्मीद। दिसंबर 2025-मार्च 2026 तक पेट्रोल-डीजल 2-5 रुपये सस्ता हो सकता है। भारत के आयात बिल और मुद्रास्फीति पर सकारात्मक असर।

भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है. कच्चे तेल की कीमतों में फिर से नरमी देखने को मिली है. रूस, यूक्रेन और अमेरिका के बीच चल रही बातचीत से सकारात्मक संकेत मिलने के बाद तेल के दाम नीचे आए हैं. बाजार में उम्मीद जगी है कि रूस पर प्रतिबंधों में ढील भले ही तुरंत न हो लेकिन भविष्य में रूस से तेल की सप्लाई बढ़ सकती है. इससे कीमतों में कमी आई है.
पेट्रोल-डीजल में कब मिलेगी राहत
पिछले महीने तेल मंत्री ने कहा था कि अगर कच्चा तेल 68 डॉलर के स्तर पर स्थिर रहता है, तो पेट्रोल और डीजल के दाम कम हो सकते हैं. अब विशेषज्ञों का कहना है कि अगर रूस, यूक्रेन और अमेरिका के बीच बातचीत सफल होती है, तो दिसंबर से मार्च के बीच तेल की औसत कीमत 60 डॉलर से भी नीचे जा सकती है. ऐसे में अगले कुछ महीनों में पेट्रोल-डीजल सस्ता होने की संभावना बढ़ गई है.

कितने पहुंचे तेल के दाम
ब्रेंट क्रूड की कीमतों में 1.2% की कमी आई है और यह 66 डॉलर प्रति बैरल से नीचे पहुंच गया है. वहीं, डब्लूटीआई क्रूड में भी 1.3% की गिरावट देखी गई है और यह 63 डॉलर प्रति बैरल से नीचे है. पिछले सत्र में तेल की कीमतों में 1% की बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन अब फिर से नरमी का रुख है.
विशेषज्ञ क्या कहते हैं
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूबीएस के विश्लेषक का कहना है कि तेल बाजार इस समय रूस, यूक्रेन और अमेरिका के नेताओं की बैठकों से मिलने वाले संकेतों पर प्रतिक्रिया दे रहा है. हालांकि अभी किसी बड़े समझौते की संभावना कम है, लेकिन बातचीत में प्रगति जरूर दिख रही है. इससे रूस के खिलाफ नए सख्त प्रतिबंधों की आशंका कम हुई है. तीनों देशों के नेताओं ने बातचीत को लेकर संतुष्टि जताई है, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल है.
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न्यूज़ लिखना इतना आसान भी नहीं है जितना उनको पढ़ना होता है। हर खबर की गहराई में जाकर एक निचोड़ निकलना और सटीकता के साथ आप तक पहुंचाने का काम पिछले 8 सालों से कर रहा हूँ। कृषि से स्नातक करने के बाद से ही कृषि विषय पर आर्टिकल लिखने शुरू किये थे लेकिन समय पंख लगाकर कब तेजी से निकला और कब 8 साल बीत गए इसका भान ही नहीं हुआ। आगे भी समय के साथ पंख लगाकार आके लिए ऐसे ही आर्टिकल लिखते रहेंगे।