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हुड्डा, सैलजा या सुरजेवाला? हरियाणा कांग्रेस जल्द चुनेगी नया नेता प्रतिपक्ष
हरियाणा में 22-24 अगस्त 2025 के विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष चुनने की तैयारी में है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी सैलजा, रणदीप सुरजेवाला सहित पांच नाम चर्चा में। फैसला जल्द, बीजेपी सरकार की नियुक्तियां भी अटकी।

चंडीगढ़: हरियाणा में 22 से 24 अगस्त तक होने वाले विधानसभा के मानसून सत्र से पहले कांग्रेस पार्टी नेता प्रतिपक्ष (एलओपी) के नाम की घोषणा करने की तैयारी में है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस पद के लिए पांच नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के नाम भी चर्चा में हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी बीके हरी प्रसाद ने बताया कि पार्टी हाईकमान इस मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश में है। उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि मानसून सत्र शुरू होने से पहले नेता प्रतिपक्ष का चयन हो जाए, ताकि विधानसभा में विपक्ष की भूमिका मजबूती से निभाई जा सके।" सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ इस मुद्दे पर प्रारंभिक बातचीत हो चुकी है।
हुड्डा की भूमिका अहम, लेकिन विकल्प खुले
पार्टी सूत्रों के अनुसार, भूपेंद्र सिंह हुड्डा इस फैसले में अहम भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि ज्यादातर विधायक उनके खेमे से हैं। हालांकि, पार्टी सैलजा और हुड्डा दोनों को संतुलन में रखने वाला विकल्प भी तलाश रही है। इसके अलावा, रणदीप सुरजेवाला का नाम भी एक संभावित दावेदार के रूप में सामने आ रहा है।

पिछले साल 8 अक्टूबर 2024 को विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से अब तक कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाई है। 6 मार्च को हुई कांग्रेस हाईकमान की बैठक में इस मुद्दे पर लंबी चर्चा हुई थी, लेकिन तब अंतिम फैसला नहीं हो सका। अब मानसून सत्र नजदीक आने के साथ ही इस दिशा में फिर से तेजी आ गई है।
बीजेपी सरकार भी बेसब्री से इंतजार में
नेता प्रतिपक्ष का पद खाली होने से न सिर्फ कांग्रेस, बल्कि बीजेपी सरकार भी परेशान है। विधानसभा में विपक्ष के नेता की गैरमौजूदगी के कारण कई अहम नियुक्तियां अटकी हुई हैं। खास तौर पर 7 सूचना आयुक्तों और एक मुख्य सूचना आयुक्त के चयन का काम रुका हुआ है, क्योंकि इन नियुक्तियों के लिए नेता प्रतिपक्ष की सहमति जरूरी है।
सत्र से पहले फैसले की उम्मीद
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में इस मुद्दे पर अंतिम फैसला हो सकता है। पार्टी हाईकमान हरियाणा में एक मजबूत विपक्षी नेतृत्व चाहता है, जो बीजेपी सरकार को कड़ी चुनौती दे सके। मानसून सत्र में कई अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, और नेता प्रतिपक्ष का चयन इस दिशा में कांग्रेस की रणनीति को और मजबूत करेगा।
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